पाकिस्तान को आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में देश के इतने त्याग के बावजूद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ा इस्लामाबाद विरोधी रुख क्यों अख्तियार किया।
पाकिस्तान के एक अखबार ने मंगलवार को यह बातें कहीं। डेली टाइम्स के एक संपादकीय में सलाह दी गई है कि इस्लामाबाद, ट्रंप द्वारा पाकिस्तान की निंदा का जवाब आक्रोश में आकर न दे।
संपादकीय में कहा गया, 'इसके बजाए, हमें आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है कि क्यों व्हाइट हाउस ने इस तरह का रुख अख्तियार किया और हमारे आतंकवाद के खिलाफ दी गई सैन्य कर्मियों और नागरिकों की कुर्बानी को दरकिनार किया गया।'
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ट्रंप ने 2018 के पहले दिन अपने पहले ट्वीट में पाकिस्तान पर धोखे और विश्वासघात का आरोप लगाया और इस्लामाबाद को दी जाने वाली सभी मदद रोक दी। ट्रंप ने कहा था कि जिन आतंकियों को हम अफगानिस्तान में ढूंढ रहे हैं, उन्हें पाकिस्तान ने अपने यहां सुरक्षित आश्रय दे रखा है।
संपादकीय ने अमेरिका से भी अपने दृष्टिकोण पर पुनर्विचार करने और दोष देने के खेल को रोकने को कहा।
संपादकीय में कहा गया है, 'जब हम दोनों देशों के बीच मौजूदा घटते विश्वास को देखते हैं, तो हमें अहसास होता है कि इसके लिए हमारी खराब कूटनीति भी जिम्मेदार है।'
संपादकीय में कहा गया है कि अमेरिका के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों में विश्वास का तत्व गायब हो रहा है और इससे आतंकवाद जैसे सामूहिक लक्ष्य को भेदना मुश्किल होगा।
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Source : News Nation Bureau