पनामा घोटाले को लेकर लगातार आलोचना का शिकार हो रहे पाकिस्तान प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। पनामा घोटाले की जांच कर रहे पैनल ने उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिया है।
पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार कैबिनेट की बैठक में नवाज़ शरीफ ने संयुक्त जांच समिति की रिपर्ट को आरोपों और अटकलों का पुलिंद करार दिया।
विपक्षी दलों की तरफ से हो रही उनके इस्तीफे की मांग पर उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान के लोगों ने मुझे चुना है और सिर्फ वो ही मुझे इस पद से हटा सकते हैं।'
उन्होंने दावा किया, 'राजनीति में आने के बाद उनके परिवार ने कुछ भी नहीं पाया है, बल्कि खोया ज्यादा है।'
उन्होंने कहा कि जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल रिपोर्ट में किया गया है उसमें षड्यंत्र नज़रा आ रहा है।
उन्होंने कहा, 'जो लोग गलत और झूठे दावों पर मेरा इस्तीफा मांग रहे हैं उन्हें पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिये।'
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अखबार के अनुसार कैबिनेट के सहयोगियों ने उन्हें कानूनी लड़ाई की सलाह दी ताकि पनामा पेपर मामले में वो खुद को निर्दोष साबित कर सकें।
संयुक्त जांच समिति ने 10 भागों में एक रिपोर्ट पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट में जमा की है। साथ ही सलाह दी है कि पनामा मामले में शरीफ, उनके बेटे और बेटी के खिलाफ नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो के तहत मामला दर्ज किया जाए।
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Source : News Nation Bureau