अमेरिकी संसद के स्पीकर पॉल रॉयन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से डेफर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहुट अराइवल्स (डीएसीए) कार्यक्रम को खत्म नहीं करने की मांग की है।
वहीं, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने भी ट्रंप के कदम की आलोचना की है।
डीएसीए की शुरुआत बराक ओबामा के सरकार में की गई थी ताकि वैध दस्तावेजों के बिना भी लाए गए बच्चों और युवाओं को निर्वासन से बचाया जा सके।
ट्रंप कह चुके हैं कि वह डीएसीए को रद्द करने का विचार कर रहे हैं। हालांकि, व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रपति ट्रंप इस पर कोई आखिरी फैसला मंगलवार को लेंगे।
इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्या नडेला और मुख्य कानूनी अधिकार ब्रैड स्मिथ राष्ट्रपति के रुख की आलोचना कर चुके है।
स्मिथ ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, 'हम डीएसीए में बदलाव की खबरों को सुनकर काफी चिंतित हैं। इन परिवर्तनों से न सिर्फ समूचे अमेरिका के हजारों मेहनती लोगों पर असर पड़ेगा, बल्कि यह हमारे देश को एक कदम पीछे ले जाएगा।'
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Source : News Nation Bureau