लाहौर में पुलिस ने गुरुवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख और अपदस्थ पूर्व वजीर-ए-आजम इमरान खान (Imran Khan) और 400 अन्य पर पार्टी कार्यकर्ताओं पर रैली के दौरान पुलिसकर्मियों से झड़प के दौरान हत्या और आतंकवाद के आरोप में मामला दर्ज किया गया. इस झड़प में एक पीटीआई कार्यकर्ता की मौत हो गई और सैकड़ों अन्य घायल हुए थे. अपने 11 महीने के शासन के दौरान पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार का अपदस्थ प्रधान मंत्री इमरान खान के खिलाफ दर्ज किया गया यह 80वां मामला है. हालांकि पीटीआई नेताओं का आरोप है पुलिस ने बुधवार को कथित तौर पर पीटीआई कार्यकर्ता अली बिलाल की हत्या कर दी और एक दर्जन से अधिक को खान के आवास के बाहर घायल कर दिया, जहां से वे न्यायपालिका समर्थक रैली निकालने वाले थे. पुलिस ने 100 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया. प्राथमिकी में कहा गया है कि पथराव करने वाले पीटीआई कार्यकर्ताओं के साथ झड़प में 11 पुलिस अधिकारी घायल हो गए. छह पीटीआई कार्यकर्ताओं को भी चोटें आई हैं.
400 पीटीआई कार्यकर्ताओं पर भी एफआईआर
पीटीआई के वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी ने गुरुवार को कहा कि पुलिसकर्मियों और उनके अधिकारियों के खिलाफ परिवार की शिकायत पर पीटीआई कार्यकर्ता की हत्या के लिए प्राथमिकी दर्ज करने के बजाय पुलिस ने 70 वर्षीय इमरान खान और 400 अन्य पर हत्या का मामला दर्ज किया है. गौरतलब है कि एफआईआर में फवाद चौधरी, फारुख हबीब, हम्माद अजहर और महमूदुर राशिद समेत पीटीआई नेताओं के नाम भी शामिल हैं. क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने सोशल मीडिया पर पीटीआई कार्यकर्ताओं की क्रूर यातना को अपलोड करते हुए लिखा, 'यह वही भ्रष्ट बदमाशों का जानलेवा गिरोह है जो हमारे संविधान, मौलिक अधिकारों और कानून के शासन का उल्लंघन कर रहा है. महिलाओं सहित निर्दोष, निहत्थे पीटीआई कार्यकर्ता पुलिस की हिंसा और क्रूरता के निशाने पर थे, जबकि हिरासत में एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी.'
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पीटीआई भी दर्ज कराएगी क्रॉस एफआईआर
अपदस्थ वजीर-ए-आजम ने देश भर में अपने-अपने घरों में पार्टी समर्थकों से मारे गए कार्यकर्ता के जनाजे की नमाज अदा करने का भी आह्वान किया है. इसके साथ ही पीटीआई ने घोषणा की है कि वह पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी, आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह, पंजाब के आईजीपी उस्मान अनवर और लाहौर के पुलिस प्रमुख बिलाल सद्दीकी काम्याना के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराएगी. इस बीच जमान पार्क के बाहर पीटीआई कार्यकर्ताओं के साथ हुई पुलिस झड़प की जांच के लिए पंजाब के आईजीपी ने दो सदस्यीय समिति का गठन किया है. पुलिस ने बुधवार को पीटीआई कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ी और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. पार्टी ने दावा किया कि उसके शांतिपूर्ण कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया. प्रांतीय राजधानी में सार्वजनिक धरना-प्रदर्शन के लिए धारा 144 के तहत लागू की गई है. पिछले रविवार को पुलिस मुख्य रूप से खान को उनके आवास के बाहर बड़ी संख्या में पीटीआई कार्यकर्ताओं के विरोध के कारण गिरफ्तार करने में विफल रही थी. इमरान खान तोशखाना मामले में भी नियामक संस्थाओं के निशाने पर हैं.
HIGHLIGHTS
- बुधवार को हुई हिंसक झड़प में एक पीटीआई कार्यकर्ता की हो गई थी मौत, दर्जनों हुए थे घायल
- एफआईआर में फवाद चौधरी, फारुख हबीब, हम्माद अजहर समेत कई पीटीआई नेताओं के नाम