पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आज यानि गुरुवार को देश की जनता के नाम संदेश दिया. नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के बाद इमरान खान की कुर्सी खतरे में है. संसद में वो बहुमत जुटाने में फिलहाल अक्षम हैं. इस बीच उन्होंने राष्ट्र को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने पाकिस्तान की आंतरिक समस्याओं, विदेश नीति, तालिबान और कश्मीर जैसे मुद्दों पर विचार व्यक्त किए. पीएम इमरान खान ने कहा कि, "मैं भारत या किसी का विरोध नहीं करते हैं. हम दहशतगर्दी के खिलाफ हैं.मैं कभी हिंदुस्तान के खिलाफ हो ही नहीं सकता, हिंदुस्तान मेरा दूसरा घर था.कश्मीर से धारा-370 हटाने के पहले मैं कभी भारत के विरोध में नहीं बोला."
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उन्होंने कहा, मैं वह पाकिस्तानी हूं जिसे हिंदुस्तान के अंदर सबसे ज्यादा लोग जानते थे. मेरी वहां के लोगों से दोस्ती थी. मैं अमेरिका को बहुत अच्छी तरह जानता हूं, वहां के नेताओं को, वहां के लोगों को जानता हूं. इंग्लैंड तो एक तरह से मेरा दूसरा घर था. मैं कभी भी इनके खिलाफ हो ही नहीं सकता.
पाकिस्तान में पिछले कुछ दिनों से सियासी उथल-पुथल मची हुई है. मुल्क के प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी संकट में है और शहबाज शरीफ पूरे जोर-शोर से उनकी विदाई तय करवाने में लगे हुए हैं. अपने एक अहम सहयोगी दल के पाला बदलने के बाद इमरान संसद में प्रभावी रूप से बहुमत खो चुके हैं और विपक्ष पहले ही उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर चुका है. ऐसे में पाकिस्तान का सियासी घटनाक्रम दिलचस्प होता जा रहा है.