पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) ने सोमवार को 'आपका वजीर-ए-आजम-आपके साथ' कार्यक्रम में मुल्क की जनता से फोन कॉल पर बातचीत की. इससे पहले देश के राजनीतिक हालात को लेकर पीएम इमरान ने अपने संबोधन में विपक्षी दलों पर सांसदों की खरीद-फरोख्त करने का बड़ा आरोप लगाया. पीएम ने एक बार फिर दोहराया कि 20 से 25 करोड़ में सांसदों का जमीर खरीदकर विपक्ष देश की सत्ता हड़पना चाहता है. पाकिस्तान के ताजा राजनीतिक हालात को लेकर पीएम इमरान खान ने कहा कि संसद भंग कर देने के बाद भी विपक्षी दलों ने अब सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, जबकि वही साढ़े तीन साल से चुनाव की मांग कर रहे थे. इमरान ने सवाल उठाया कि आखिर विपक्ष आवाम के वोट से चुनकर सत्ता में क्यों नहीं पहुंचना चाहता? उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल बाहरी साजिश के तहत पाकिस्तान की सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं.
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PM इमरान खान ने कहा, विपक्षी पिछले साढ़े तीन साल से आरोप लगा रहे थे कि इमरान खान की हुकूमत आवाम की वादों पर खरी नहीं उतरी और इसने मुल्म को तबाह कर दिया, इसलिए पीटीआई की सरकार यानी इमरान खान को इस्तीफा देकर चुनाव लड़ना चाहिए. लेकिन अब जब मैंने और मेरी टीम ने नेशनल असेंबली को भंग कर चुनावों की तैयारी शुरू कर दी तो यही ये लोग (विपक्षी) सुप्रीम कोर्ट चले गए?
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने अपने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा, शहबाज शरीफ और नवाज शरीफ समेत उनके दामाद और बेटों पर भ्रष्टाचार के मामले चल रहे हैं, इसलिए अब इनकी सारी कोशिश यही है कि बाहरी साजिश के तहत सत्ता में आएं और खुद पर चल रहे सभी मामले खत्म करवाएं. इमरान का आरोप है कि ये लोग अब एनआरओ-2 (राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश) लेना चाहते हैं. जबकि इससे पहले यही लोग जनरल मुशर्रफ पर दबाव बनाकर एनआरओ-1 ले ही चुके हैं.
विपक्षी दलों पर हमलावर पीएम इमरान खान ने आगे कहा, इलेक्शन कमीशन समेत नीचे की पूरी मशीनरी को तैयार करके विरोधी चुनाव में उतरना चाहते हैं, इसलिए अभी ये लोग चुनाव लड़ने की बजाय अब सुप्रीम कोर्ट चले गए हैं. उधर,नेशनल असेंबली को भंग किए जाने को चुनौती देने के मामले में पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई कल दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई है. अब विपक्षी दलों की याचिका पर शीर्ष अदालत कल कोई फैसला सुना सकती है.