प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के वैश्विक कद का अंदाजा तो जी-7 (G-7) शिखर सम्मेलन से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) के उस वीडियो से ही हो गया था, जिसमें वह जस्टिन ट्रूडो से बात कर रहे पीएम मोदी का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए पीछे से आकर उनके कंधे पर हाथ रखते हैं. यह भारत की कूटनीति तो है ही, साथ ही पीएम मोदी की गिफ्ट डिप्लोमेसी का भी इसके पीछे बहुत बढ़ा हाथ है. इस कड़ी में जर्मनी में जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद पीएम मोदी ने सभी राष्ट्राध्यक्षों को कोई न कोई तोहफा दिया. इनमें से ज्यादातर तोहफे उत्तर प्रदेश में बने था. जाहिर है इस तरह पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट को दुनिया में प्रमोट करने के लिए जी-7 शिखर सम्मेलन का भी लाभ उठाया. पीएम मोदी ने इस मौके पर वाराणसी से लेकर मुरादाबाद तक की बनी चीजों को विदेशी नेताओं को गिफ्ट किया.
बाइडन को वाराणसी का गुलाबी मीनाकारी ब्रोच
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को वाराणसी में बना गुलाबी मीनाकारी ब्रोच और कफ-लिंक सेट गिफ्ट में दिया गया. गुलाबी मीनाकारी उत्तर प्रदेश में वाराणसी की एक जीआई टैग कला है. इसे शुद्ध चांदी से बनाया जाता है. ये कफ-लिंक राष्ट्रपति बाइडन की पत्नी के लिए भी मैचिंग ब्रोच के साथ तैयार किए गए थे.
फुमियो किशिदा को काली मिट्टी के बर्तन
पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के निजामाबाद की काली मिट्टी के बर्तन जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को उपहार स्वरूप दिए. गौरतलब है कि काली मिट्टी के बर्तनों को काला रंग देने के लिए एक विशेष तकनीक का उपयोग करते हैं, जब मिट्टी के बर्तन ओवन में पक रहे होते हैं. इस दौरान यह सुनिश्चित किया जाता है कि ओवन में हवा के प्रवेश की कोई गुंजाइश न हो और तापमान एक स्थिर बना रहे.
बोरिस जॉनसन को हैंड पेंटेड टी सेट
पीएम मोदी की ओर से हैंड पेंटेड टी सेट ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन को दिया गया. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की पहचान इसी काली मिट्टी के तरह-तरह के बर्तनों से है. खास बात यह है कि ये बर्तन हाथ से पेंट किए जाते हैं.
ट्रूडो को कश्मीरी कालीन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के अपने समकक्ष जटिस्टन ट्रूडो को हाथ से बुनी रेशम की कश्मीरी कालीन भेंट की. कश्मीरी कालीन अपनी मुलायमियत और कशीदाकारी के लिए विश्व विख्यात है. इन कालीनों का निर्माण ज्यादातर श्रीनगर और जम्मू-कश्मीर में होता है. इस हाथ से बनाया जाता है, जिसमें रंग-बिरंगे धागों को इस तरह बुना जाता है कि वह खास डिजाइन का रूप ले लेते हैं.
इमैनुएल मैक्रों को जरदोजी बॉक्स में इत्र की बोतलें
फ्रांसिसी राष्ट्रपति को पीएम मोदी ने लखनऊ के जरदोजी से बने डिब्बे में कन्नौज का इत्र भेंट किया. जरी जरदोजी बॉक्स को फ्रांसीसी राष्ट्रीय ध्वज के रंगों में खादी रेशम और साटन ऊतक पर हाथ से कढ़ाई कर बनाया गया था. इस बॉक्स में अत्तर मिट्टी, चमेली का तेल, विदेशी कस्तूरी, अतर गुलाब व अत्तर शममा समेत गरम मसाले शामिल थे.
ओलाफ स्कोल्ज को मेटल मरोडी नक्काशी वाला मटका
यह हाथ से बनाया गया पीतल का बर्तन जिला मुरादाबाद से है, जिसे उत्तर प्रदेश की पीतल नगरी के रूप में भी जाना जाता है. पीएम मोदी ने इसे जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज को बतौर भेंट दिया.
मैकी सैल को मूंज की टोकरियां और सूती दरी
पीएम नरेंद्र मोदी ने सेनेगल के राष्ट्रपति मेकी सैल को बुनाई की गई मूंज की टोकरियां और सूती दरी तोहफे में दी. ये उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, सुल्तानपुर और अमेठी जिलों में मिलता है. सूती दरियां उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में हाथ से बुनी जाती हैं.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति को लाकरवेयर राम दरबार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो को वाराणसी की लोकप्रिय लकड़ी और लाख से निर्मित श्री राम दरबार की कलाकृति भेंट की.
मोदी ने इटली के पीएम को मार्बल इनले टेबल टॉप गिफ्ट किया
ये टेबल टॉप आगरा में बनाया जाता है और पीएम मोदी ने मार्बल इनले को तोहफे के रूप में चुना. जाहिर है इस तरह उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों की पहचान को तो अंतरराष्ट्रीय मंच मिला ही. साथ ही गिफ्ट डिप्लोमेसी से पीएम मोदी ने वैश्विक नेताओं के मन में एक अलग छाप भी छोड़ी.
HIGHLIGHTS
- जी-7 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने छोड़ी अमिट छाप
- गिफ्ट डिप्लोमेसी के तहत सभी देशों के नेताओं को दिए तोहफे
- ज्यादातर तोहफे उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बने हुए थे