PM Modi Russia visit: पीएम नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच सोमवार को मॉस्को में मुलाकात हुई. इसके बाद अमेरिका की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. अमेरिका ने रूस और भारत की पुरानी दोस्ती को लेकर मांग रखी है. उसने पीएम मोदी से अपील की है कि वह यूक्रेन की संप्रभुता के मामले पर रूस से बातचीत करें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता पर जोर देने को कहा गया है. अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर का कहना है कि भारत एक रणनीतिक साझेदार है. उसके साथ हम पुरी स्पष्टता से बात करते हैं. मगर रूस और भारत के रिश्तों पर हमारी चिंताएं भी हैं. प्रवक्ता मीडिया से बातचीत के दौरान मोदी की मॉस्को यात्रा को लेकर उठे प्रश्नों का जवाब दे रहे थे.
ये भी पढ़ें: Hathras Case: 300 पन्नों की SIT रिपोर्ट से बाबा का नाम गायब, कमेटी पर साधा निशाना, अफसरों पर उठे सवाल
दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत हैं
मिलर का कहना है कि रूस के साथ संबंध रखने वाले किसी भी देश की तरह हम भारत से अपील करेंगे कि वह यूक्रेन में संघर्ष का समाधान निकालने की कोशिश करेंगे. ये समाधान ऐसा हो जो यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता, यूक्रेन की संप्रभुता के संबंध में संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान हो. मिलर का कहना है कि वे पीएम मोदी की रूस यात्रा के बारे में पहले से नहीं जानते थे. भारत-अमेरिका के रिश्ते को लेकर उन्होंने जवाब दिया कि दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत हैं. आपको बता दें कि अमेरिका भारत को चीन के सामने अपना ताकतवार साझेदार मानता है. बीते साल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पीएम मोदी को अमेरिकी यात्रा पर आमंत्रित किया था.
पीएम मोदी के बयान पर अमेरिका की निगाहें
प्रवक्ता मिलर ने कहा कि वे पीएम मोदी के सार्वजनिक बयान पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि रूस के साथ संबंधों को लेकर उन्होंने पहले ही भारत को स्पष्ट कर दिया है. ऐसे में हमें उम्मीद है कि भारत और कोई भी अन्य देश जब रूस के संग बातचीत करेंगे तो यह स्पष्ट करेंगे कि रूस को संयुक्त राष्ट्र चार्टर सम्मान करना होगा. रूस को यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना होगा. आपको बता दें कि पीएम मोदी दो दिवसीय रूस यात्रा पर हैं. इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने उनका जोरदार स्वागत किया. प्राइवेट मीटिंग के साथ प्राइवेट डिनर भी रखा.
Source : News Nation Bureau