सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 74वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) में कहा कि कहीं भी आतंकी हमले हों दुनिया को इन्हें आतंकी कृत्य ही मान जाना चाहिए. ये बातें पीएम मोदी ने स्ट्रैटेजिक रिस्पॉन्स टू टेरररिस्ट एंड वॉयलेंट एक्सट्रीमिस्ट नैरेटिव्स नाम के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं. इस कार्यक्रम में दुनिया के कई बड़े दिग्गज नेता शामिल हुए थे. इस दौरान पीएम मोदी ने नाम लिए बिना चीन पर निशाना साधते हुए कहा, कि दुनिया में कहीं भी आतंकी हमला होता है तो इसे आतंकवाद ही मानना चाहिए- न कि अच्छा और बुरा, ज्यादा और कम आतंकवाद. पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र की सूची में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी नहीं घोषित करने की बात पर चीन पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की ओर से मिली मंजूरी और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (Financial Action Task Force) के फैसलों पर बिना राजनीति के इन्हें लागू करना चाहिए.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आतंकवाद (Terrorism) का मुकाबला करने के लिए संगठित तौर सभी देशों को आगे आना होगा. पीएम मोदी ने आतंकवाद निरोध को संस्थागत बनाने का आह्वान किया. साथ ही उन्होंने बहुपक्षीय स्तर पर सहयोग को लेकर जोर देते हुए कहा कि दूसरे देशों का सहयोग मिलने के बाद भारत इस क्षेत्र में और भी तेजी से काम करेगा. भारत के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आतंक और कट्टरपंथ को फैलाने वाली विचारधारा के खिलाफ लड़ने के लिए लोकतांत्रिक विचार, विविधता और विकास सबसे जरूरी हथियार हैं.
आतंकियों को नहीं मिलना चाहिए फंड
विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिमी) ए गीतेश शर्मा ने पीएम की बैठक के बाद मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकियों को अपने अंजामों को पूरा करने के लिए किसी भी हालत में फंड और हथियार नहीं मिलने चाहिए.
मसूद अजहर मामले में चीन ने अटकाया था रोड़ा
फरवरी में हुए पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Attack) का मास्टरमाइंड और जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammad) के सरगना मसूद अजहर (Masood Azhar) को यूएन की ग्लोबल आतंकियों की सूची में शामिल करने के भारत कदम पर चीन लगातार रोड़े अटकाता रहा. हालांकि बाद में अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण बाद में चीन ने मई में मसूद अजहर के लिए अपनी वीटो को हटा दिया था.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो