भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि उनका देश युगांडा के साथ मौजूदा व्यापार घाटे का समाधान निकालने का इच्छुक है।
मोदी ने यहां युगांडा-भारत बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए कहा, 'यदि मैं भारत-युगांडा संबंधों की तुलना करता हूं, तो मैं देखता हूं कि यह हम दोनों के लिए फायदेमंद है।'
उन्होंने कहा, 'लेकिन अभी हम पीछे है और इसे दुरुस्त करने के लिए हमें रणनीति बनाने की जरूरत है।'
युगांडा के राष्ट्रपति द्वारा भारत और युगांडा के बीच व्यापार अंसुतलन की बात को सही बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत और युगांडा के बीच व्यापार घाटे के मुद्दे को हल करने के लिए भारत कदम उठाने के लिए तत्पर है।'
उन्होंने व्यापार समुदाय से भारत और युगांडा के बीच व्यापार करने के लिए अनुकूल स्थितियों का पूर्ण रूप से फायदा उठाने का आह्वान किया।
मोदी ने कहा,'भारत युगांडा के साथ क्षमता निर्माण, मानव संसाधन विकास, कौशल विकास, नवाचार और इस देश में उपलब्ध प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधनों के मूल्यों को अधिक महत्व देने के लिए साथ काम करने को तैयार है।'
उन्होंने नवाचार पर जोर देते हुए कहा कि इसके बिना दुनिया आगे नहीं बढ़ सकती।
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उन्होंने कहा, 'अगर युगांडा और भारत के युवा साथ कार्य करते हैं तो युगांडा आगे बढ़ सकता है।'
उन्होंने कहा कि पूर्वी अफ्रीकी देश अफ्रीका के संपूर्ण विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
वहीं युगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी ने दोनों देशों के व्यापार समुदाय से व्यापार और निवेश को बढ़ाने के लिए उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, 'आप सही वक्त पर सही जगह पर हैं।'
पिछले 20 वर्षो में युगांडा का दौरा करने वाले मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं।
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Source : IANS