प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के समक्ष 22 मिनट के अपने संबोधन में 'अद्वितीय' पैमाने पर विज्ञान, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और समस्या-समाधान क्षमता के संदर्भ में भारत की शक्ति के विचार को सामने रखा. यह पीएम मोदी की तीन दिवसीय अमेरिकी यात्रा का अंतिम दिन था. यूएनजीए में अपने भाषण के बाद पीएम मोदी शनिवार को भारत के लिए रवाना हो गए. प्रधानमंत्री मोदी ने भारत लौटने से पहले ट्वीट कर अपनी अमेरिकी यात्रा की सफलता का जिक्र किया. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि पिछले कुछ दिनों में प्रोडक्टिव द्विपक्षीय और बहुपक्षीय जुड़ाव, सीईओ के साथ बातचीत और संयुक्त राष्ट्र में भाषण. मुझे विश्वास है कि आने वाले वर्षों में भारत-अमेरिका संबंध और भी मजबूत होंगे. हमारे समृद्ध लोगों से लोगों का संपर्क हमारी सबसे मजबूत संपत्तियों में से हैं.
यह खबर भी पढ़ें- UNGA में 22 मिनट तक बोले प्रधानमंत्री मोदी, जानिए उनके संबोधन की 10 बड़ी बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां शनिवार को पाकिस्तान का नाम लिए बिना अपने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान की भारत को निशाना बनाने वाली कठोर बयानबाजी को लेकर फटकार लगाई और कहा कि 'प्रतिगामी सोच वाले देश क्या बोलेंगे जो आतंकवाद को एक राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं'. मोदी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोल रहे थे और उनके संबोधन का क्रम इमरान के संबोधन के एक दिन बाद आया। इमरान ने शुक्रवार को अपने संबोधन के दौरान पाकिस्तान को पीड़ित के रूप में वर्णित करते हुए 'गलत तरीके से अमेरिकी और वैश्विक दोहरे मानकों के बीच फंसाया गया देश' बताया था.
यह खबर भी पढ़ें- UNGA में PM मोदी ने पाकिस्तान को घेरा, बोले- कई देशों में चरमपंथ का खतरा बढ़ा
खान ने कहा था, "अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति के लिए किसी कारण से अमेरिका में राजनेताओं और यूरोप के कुछ राजनेताओं द्वारा पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया गया है। इस मंच से मैं उन सभी को बताना चाहता हूं कि जब हम 9/11 के बाद आतंकवाद के खिलाफ अमेरिकी युद्ध में शामिल हुए थे, तब अफगानिस्तान के अलावा जिस देश को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, वह पाकिस्तान है."
Source : News Nation Bureau