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लोकसभा चुनाव

United Kingdom Elections 2024 : एग्जिट पोल में कंजर्वेटिव पार्टी की हार के संकेत, पीएम ऋषि सुनक ने किया इस्तीफे का ऐलान!

इंग्लैंड के पीएम ऋषि सुनक ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान किया है. एग्जिट पोल के मुताबिक कंजर्वेटिव पार्टी की हालत खराब होती दिख रही है जबकि लेबर पार्टी सत्ता में भारी बहुमत से कर सकती है.

Updated on: 05 Jul 2024, 07:33 AM

नई दिल्ली:

इंग्लैंड में आम चुनाव खत्म हो चुके हैं और चुनाव खत्म होने के बाद एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ गए हैं. एग्जिट पोल के मुताबिक, पीएम ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली कंजर्वेटिव पार्टी अब सत्ता से बाहर हो सकती है. वहीं, एग्जिट पोल के मुताबिक कीर स्टार्मर के नेतृत्व वाली लेबर पार्टी की सरकार बनने का रास्ता लगभग साफ हो गया है. एग्जिट पोल का अनुमान है कि लेबर पार्टी करीब 410 सीटें जीत सकती है, जबकि कंजर्वेटिव पार्टी को सिर्फ 131 सीटें मिलने का अनुमान है. बता दें कि हाउस ऑफ कॉमन्स में कुल 650 सीटें हैं, जिनमें से किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 326 सीटें जीतने की जरूरत होगी. अगर लेबर पार्टी इस जादुई आंकड़े तक पहुंच गई तो सुनक की विदाई तय हो जाएगी.

 ऋषि सुनक ने किया इस्तीफा का ऐलान

ऐसे एग्जिट पोल के नतीजे सामने आने के बाद ऋषि सुनक ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. अगर एग्जिट पोल के नतीजे सच में बदल जाते हैं तो इसे इंग्लैंड में लेबर पार्टी की भारी जीत मानी जाएगी. साथ ही देश को नए पीएम के रूप में केर स्टार्मर भी मिलेंगे. ब्रिटेन में वोटिंग के साथ वोटों की गिनती शुरू हो गई है, अब कुछ घंटों के बाद साफ हो जाएगा कि इंग्लैंड की सत्ता पर कौन काबिज होने जा रहा है. वहीं, सर्वे एजेंसियों ने लेबर पार्टी को भारी बहुमत मिलता दिखाया है. एक सर्वे एजेंसी के मुताबिक लेबर पार्टी को 431 सीटें और कंजर्वेटिव पार्टी को 102 सीटें मिलने का अनुमान है.

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सबसे बुरी हार हो सकती है?

जिस तरह से एग्जिट पोल में आंकड़े दिखाए जा रहे हैं, ये नाबर्स कंजर्वेटिव पार्टी के लिए अच्छा संकेत नहीं है. बताया जा रहा है कि अगर कंजर्वेटिव पार्टी को इतनी संख्या मिलती है तो यह 1906 के बाद सबसे बुरी हार होगी. उस दौरान पार्टी को 156 सीटें मिली थीं. आपको बता दें कि कंजर्वेटिव पार्टी पिछले 14 साल से सत्ता में बनी हुई है.

इस दौरान ब्रिटेन ने पांच पीएम भी देखे. 2010 में हुए आम चुनाव में जीत के बाद पार्टी ने डेविड कैमरून को प्रधानमंत्री पद के लिए स्वीकार कर लिया. इसके बाद साल 2015 में कंजर्वेटिव पार्टी दोबारा सत्ता में लौटी और कैमरून पीएम बने. हालांकि 2016 के दौरान उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था.

लगातार बदलते रहें पीएम

इसके बाद पार्टी ने टेरेसो को पीएम चुना. वह 2019 तक इस पद पर रहीं. फिर साल 2019 में बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के पीएम बने. उन्हें बीच में ही अपने पद से इस्तीफा भी देना पड़ा और लिज़ ट्रस 50 दिनों तक पीएम रहीं. उनके बाद ऋषि सुनक पीएम की सीट पर काबिज हुए.