रूस और यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के 14वें दिन पोलैंड ने अपने सभी मिग-29 फाइटर फ्लेन यूक्रेन को देने का ऐलान किया है. रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने कहा है कि यह कदम चित नहीं है. साथ ही चिंता पैदा करने वाला है. दूसरी ओर रूस ने बुधवार को सीज फायर की घोषणा की है, ताकि युद्ध में फंसे नागरिकों को सही सलामत निकाला जा सके. यूक्रेन के सुमी, खारकीव, मारियोपोल, चेर्नीहीव, जापोरिजा शहरों में युद्ध विराम रहेगा. यूक्रेन की ओर से बताया गया है कि रूसी सेनाओं ने यूक्रेन के 61 अस्पताल और मेडिकल इक्विपमेंट्स नष्ट कर दिए हैं.
रूसी सेना के यूक्रेन में जारी स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन ने पड़ोसी देशों में रिफ्यूजी संकट बढ़ा दिया है. वहीं यूक्रेनी सेना ने रूस के लिए उम्मीद के उलट भारी रूकावट पैदा की है और जंग को 14 दिनों से जारी रखा है. ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि रूस, नागरिकों को निकालने के लिए इरपिन में बनाए गए इवैक्यूएशन कॉरिडोर को निशाना बना रहा है. भीषण युद्ध के चलते ये जगह पिछले कई दिनों से पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नदारद है. वहीं यूक्रेन के सुमी से मंगलवार को 650 भारतीय स्टूडेंट्स को निकाला गया. पहले दिन से ही दोनों देशों की सेनाओं में यहां भारी गोलाबारी हो रही है.
लड़ाकू विमानों के पीछे हमारा हाथ नहीं- पेंटागन
यूक्रेन को सुरक्षा सहायता पर अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन एफ. किर्बी ने कहा कि हम अब पोलैंड सरकार के संपर्क में हैं. जैसा हमने पहले भी कहा है कि पोलैंड के मालिकाना हक वाले लड़ाकू विमानों को यूक्रेन में स्थानांतरित करने का निर्णय पोलैंड सरकार का ही है. हम यूक्रेन को चल रही सुरक्षा सहायता के बारे में अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ परामर्श करना जारी रखेंगे, क्योंकि वास्तव में पोलैंड का प्रस्ताव इस मुद्दे की कुछ जटिलताओं को दर्शाता है. हम इस मुद्दे के बारेमें पोलैंड और हमारे दूसरे नाटो सहयोगियों के साथ परामर्श करना जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि हम रूस को कठिन चुनौती देंगे, लेकिन हमें विश्वास नहीं है कि पोलैंड का प्रस्ताव उचित है.
नाटो के दूसरे देशों से बढ़ी यूक्रेन की उम्मीद
रूस और यूक्रेन के पड़ोसी देश पोलैंड का ये फैसला ऐसे वक्त पर आया है जब यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की लगातार उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) की खिंचाई कर रहे हैं. नाटो की ओर से यूक्रेन में 'नो फ्लाई जोन' नहीं घोषित किए जाने को लेकर खुलकर नाराजगी जता रहे हैं. पोलैंड सरकार ने यूक्रेन को अपने लड़ाकू विमान देने के साथ ही नाटो से जुड़े दूसरे देशों के सामने अपने इस कदम के जरिए एक संकेत भी दिया है कि उन्हें आगे आना होगा. रूस के खिलाफ युद्ध में 20 देश यूक्रेन की हथियारों से मदद कर रहे हैं. इनमें से ज्यादातर नाटो और यूरोपीय यूनियन के सदस्य है.
अमेरिका ने पहले ही किया मदद का संकेत
इससे पहले खबर आई थी कि पोलैंड अमेरिका को MIG-29 फाइटर जेट का स्टॉक मुफ्त में सौंपेगा. इसके बाद विमानों को यूक्रेन भेजे जाने की उम्मीद है.
रूस के खिलाफ और यूक्रेन की मदद के लिए सीधे युद्ध में शामिल से मना कर चुका अमेरिका नाटो देशों के जरिए रूस के खिलाफ हथियार पहुंचाने में लग गया है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटएनी ब्लिंकन ने कहा था कि नाटो सदस्य यूक्रेन में अपने लड़ाकू विमान भेज सकते हैं. उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका इसमें नाटो देशों की मदद करेगा.
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यूक्रेन से काफी आगे है रूस की वायुसेना
वायुसेना के मामले में भी यूक्रेन के मुकाबले रूस काफी आगे हैं. यूक्रेन के पास सिर्फ 76 लड़ाकू विमान हैं. रूस की सेना 1500 फाइटर प्लेन से लैस है. वहीं यूक्रेन के पास महज 34 अटैक हेलिकॉप्टर हैं तो रूस की वायुसेना 538 अटैक हेलिकॉप्टर के साथ काफी भारी पड़ता है.
HIGHLIGHTS
- रूस के खिलाफ युद्ध में 20 देश यूक्रेन की हथियारों से मदद कर रहे हैं
- यूक्रेन में 'नो फ्लाई जोन' नहीं घोषित किया तो नाटो पर भड़के जेलेंस्की
- वायुसेना के मामले में भी यूक्रेन के मुकाबले रूस काफी आगे है