Solar Flare Warning: सूर्य पर होने वाली हर प्रकार की गतिविधि का हमारी पृथ्वी और इसके संचार उपकरणों पर असर पड़ता है. सूरज पर हुई ऐसी ही एक घटना से एक बार फिर से पृथ्वी के संचार उपकरणों को नुकसान पहुंचने का खतरा मंडरा रहा है. दरअसल, कल यानी रविवार को सूर्य पर तीन ज्वालाएं देखी गईं. इसके बाद रूस के वैज्ञानिकों ने कहा कि सोमवार को सूर्य पर एक बार फिर से शक्तिशाली ज्वाला सौर ज्वाला फूट सकती है. जिससे धरकी के शॉर्ट-वेव संचार उपकरणों में बाधा पैदा हो सकती है. मॉस्को स्थित फेडोरोव इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड जियोफिजिक्स की ओर से कहा गया है कि इस दौरान सूर्य में X-क्लास का विस्फोट होने की संभावना है. जिसमें प्रोटॉन फ्लेयर भी शामिल है, जिससे शॉर्ट-वेव रेडियो की स्थिति खराब होने की आशंका है.
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सौर मंडल में सबसे बड़े विस्फोट होते हैं X-Class फ्लेयर्स
बता दें कि सूर्य में होने वाले विस्फोटों को अलग-अलग नाम दिए गए हैं. जो इनके आकार और प्रवृति के मुताबिक निर्धारित किए गए हैं. जिसमें एक्स-क्लास फ्लेयर्स सौर मंडल के सबसे बड़े विस्फोट माने जाते हैं. जो लंबे समय तक चलने वाले विकिरण तूफान पैदा कर सकते हैं. प्रोटॉन फ्लेयर्स सौर ऊर्जावान कणों का एक तूफान है, जो मुख्य रूप से प्रोटॉन से बना होता है. सोलर फ्लेयर्स सूरज से अचानक निकलने वाली मैग्नेटिक एनर्जी होती है. यह अगर सीधा पृथ्वी की तरफ आ जाए तो खतरा पैदा कर सकती है. हाल ही में आईं कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि, इनदिनों सूरज बहुत सारी सौर ज्वालाएं उत्सर्जित कर रहा है.
Happy #SunDay! This week’s space weather report includes:
· 0 C-class solar flares
· 15 M-class flares
· 26 coronal mass ejections
· 0 geomagnetic stormsThis video from NASA’s Solar Dynamics Observatory shows activity on the Sun over the past week. pic.twitter.com/hzd3OlWiMh
— NASA Sun & Space (@NASASun) July 16, 2023
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कब होता है सूर्य में विस्फोट
दरअसल, सूर्य के अंदर और उसके चारों और शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र फिर से पैदा होने लगता है तब सौर ज्वालाएं यानी सौर फ्लेयर्स या विस्फोट होते हैं. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक, ये सौर फ्लेयर्स पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र को प्रभावित कर सकते हैं और उपग्रहों और संचार उपकरणों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. पिछले साल यानी 2022 में भी सूर्य से विकिरण के एक बड़े विस्फोट के चलते पैदा हुए भू-चुंबकीय तूफान ने लॉन्च किए गए 40 नए स्पेसएक्स उपग्रहों को तबाह कर दिया था. फेडोरोव इंस्टीट्यूट ने कहा कि रविवार (16 जुलाई) को सूर्य में तीन सौर ज्वालाएं देखी गईं, जिनमें से एक 14 मिनट तक चली, जिसके साथ रेडियो संचार में बाधा पैदा हुई.
HIGHLIGHTS
- सूर्य में आज हो सकता है शक्तिशाली विस्फोट
- रूसी वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
- पृथ्वी के संचार उपकरणों को हो सकता है नुकसान
Source : News Nation Bureau