प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी गुरुवार को मॉरीशस के नए भवन का उद्घाटन किया. पीएम मोदी के साथ मॉरीशस के प्रधानमंत्री पी के जगन्नाथ ने भी इस नए भवन का उद्घाटन किया. ये उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया गया. पीएम मोदी ने सुप्रीम कोर्ट के इस नए भवन को सम्मान का प्रतीक बताया. उन्होंने कहा, अगर भारत को अफगानिस्तान में संसद भवन निर्माण में मदद करने के लिए सम्मानित किया जाता है, तो नाइजर में महात्मा गांधी केंद्र बनाने से जुड़ा होना भी गर्व की बात है.
पीएम मोदी ने कहा, भारत के लिए, विकास सहयोग में सबसे बुनियादी सिद्धांत हमारे सहयोगियों का सम्मान करना है। विकास पाठों का यह साझाकरण हमारी एकमात्र प्रेरणा है. यही कारण है कि हमारा विकास सहयोग बिना किसी शर्त के आता है.
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पीएम ने कहा, मैंने मॉरीशस में पहली बार भारत के - एसएजीएआर - सुरक्षा और क्षेत्र में सभी के लिए विकास ’के दृष्टिकोण के बारे में कहा था. ऐसा इसलिए है क्योंकि मॉरीशस हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के दृष्टिकोण के केंद्र में है.
बता दें, विदेश मंत्रालय ने बताया था कि इस भवन का निर्माण भारत के सहयोग से किया गया है. यह इमारत मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुईस में भारत की सहायता से तैयार पहली आधारभूत परियोजना होगी. इस बयान में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के भवन की यह परियोजना भारत सरकार द्वारा मॉरीशस को साल 2016 में प्रदत्त 35.3 करोड़ डॉलर के ‘विशेष आर्थिक पैकेज’ के तहत कार्यान्वित की जा रहीं पांच आधारभूत ढांचा परियोजनाओं में से एक है.
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यह परियोजना निर्धारित समय में और अनुमानित से कम लागत में पूरी हुई है. यह भवन 4700 वर्ग मीटर क्षेत्र से अधिक भूभाग में फैला हुआ है और इसमें 10 से अधिक मंजिलें हैं. गौरतलब है कि अक्टूबर 2019 में प्रधानमंत्री मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने , मॉरीशस में मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना के पहले चरण और नये ईएनटी अस्पताल परियोजना का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया था.