Advertisment

प्रिंस हैरी, मेगन ने शाही परिवार से अलग होने के समझौते पर हस्ताक्षर किए, शाही उपाधियां भी छोड़ी

बकिंगघम पैलेस ने शनिवार रात एक बयान में कहा, ड्यूक और डचेज ऑफ ससेक्स अपनी एचआरएच उपाधियों का इस्तेमाल नहीं करेंगे क्योंकि अब वे शाही परिवार के कार्यकारी सदस्य नहीं हैं.

author-image
Ravindra Singh
New Update
प्रिंस हैरी, मेगन ने शाही परिवार से अलग होने के समझौते पर हस्ताक्षर किए, शाही उपाधियां भी छोड़ी

प्रिंस हैरी के साथ मेगन( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

Advertisment

प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन मर्केल ने शाही परिवार से अलग होने के लिए औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं जिसके तहत उन्हें शाही उपाधि ‘हिज और हर रायल हाइनेस’ (एचआरएच) छोड़नी होगी और उन्हें अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिए सार्वजनिक कोष का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा. इस समझौते का अर्थ है कि दंपति अब आधिकारिक क्षमता में महारानी का प्रतिनिधित्व नहीं करेगा. बकिंगघम पैलेस ने शनिवार रात एक बयान में कहा, ड्यूक और डचेज ऑफ ससेक्स अपनी एचआरएच उपाधियों का इस्तेमाल नहीं करेंगे क्योंकि अब वे शाही परिवार के कार्यकारी सदस्य नहीं हैं. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने कहा कि यह समझौता कई महीनों की चर्चा के बाद हुआ है और यह उनके पोते तथा उनके परिवार के आगे बढ़ने के लिए रचनात्मक एवं सहयोगात्मक तरीका है.

महारानी के निजी बयान में कहा गया, हैरी, मेगन और आर्ची हमेशा मेरे परिवार के बेहद प्रिय सदस्य रहेंगे. उन्होंने ब्रिटेन और राष्ट्रमंडल देशों के लिए किए गए कार्यों के लिए दंपति को शुक्रिया करते हुए कहा, उनके हर कदम पर पिछले दो साल से जिस तरह नजर रखी जा रही है, उसके परिणामस्वरूप उनके सामने आने वाली चुनौतियों को वह समझती हैं और एक अधिक स्वतंत्र जीवन जीने की उनकी इच्छा का समर्थन करती हैं. महारानी ने कहा कि उन्हें खासकर मेगन पर गर्व है जो बहुत जल्द परिवार का हिस्सा बन गई. यह मेरे पूरे परिवार की कामना है कि आज के समझौते से दंपती को खुशहाल एवं शांतिपूर्ण नया जीवन जीने का मौका मिले. पैलेस ने इस बात की पुष्टि की कि दंपति को आधिकारिक सैन्य नियुक्तियों समेत तमाम शाही कर्तव्य छोड़ने होंगे. पैलेस ने कहा, वे महारानी का अब आधिकारिक रूप से प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे लेकिन ससेक्सेज ने स्पष्ट कर दिया है कि वे जो कुछ भी करेंगे वे महामहिम के मूल्यों को बरकरार रखेगा.

इसने बताया कि दंपति का परमार्थ के कार्यों और निजी संगठनों से जुड़ाव जारी रहेगा. दंपति विंडसर कैसल स्थित फ्रोगमोर कॉटेज की मरम्मत पर खर्च हुए करदाताओं के 24 लाख पाउंड की राशि वापस करेंगे जो ब्रिटेन में उनका पारिवारिक घर रहेगा जब वह ब्रिटेन और कनाडा के बीच समय व्यतीत करेंगे. पैलेस ने सुरक्षा व्यवस्थाओं पर और भविष्य में दंपति के लिए इस बिल का भुगतान कौन करेगा, इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. हैरी और मेगन ने अपने आधिकारिक ससेक्स रॉयल वेबसाइट पर अपना खुद का अपडेट भी जारी किया जिसके शुरुआती पृष्ठ पर एचआरएच उपाधियों के संदर्भ हटा कर उसे अपडेट कर दिया गया है. उनकी वेबसाइट पर नजर आ रहे बयान में कहा गया, हम अब हमारा समय ब्रिटेन और उत्तरी अमेरिका के बीच बिताने, महारानी, राष्ट्रमंडल देशों के प्रति हमारे कर्तव्य का सम्मान करने और हमारे धर्मार्थ कार्यों को जारी रखने के लिए देने की योजना बना रहे हैं.

यह भी पढ़ें-शर्मनाक: महाराष्ट्र में 4 शिक्षकों ने अपने स्कूल की छठी क्लास की छात्रा से किया गैंगरेप

यह भौगोलिक संतुलन हमारे बेटे को उस शाही परंपरा के सम्मान के साथ बड़ा करने में मदद करेगा जिसमें उसका जन्म हुआ है साथ ही हमारे परिवार को नयी धर्मार्थ कंपनी की शुरुआत के साथ अगले पड़ाव पर ध्यान केंद्रित करने का समय भी देगा. मेगन अपने आठ माह के बेटे आर्ची के साथ पहले से कनाडा में हैं और कुछ खबरों में कहा गया है कि वह लंबित शाही कार्यों के लिए कुछ समय के लिए ब्रिटेन लौट सकती हैं जब तक कि नया समझौता अमल में नहीं आ जाता. यह समझौता बसंत की किसी अनिर्दिष्ट तिथि को अमल में आएगा जो ब्रिटेन में मार्च के अंत में शुरु होता है. इस बीच, प्रिंस हैरी तब तक अपने शाही कर्तव्य निभाते रहेंगे. इनमें सोमवार को लंदन में अफ्रीकी नेताओं का शिखर सम्मेलन भी शामिल है. धीरे-धीरे वह स्थायी रूप से इन भूमिकाओं से पीछे हट जाएंगे, रॉयल मरीन्स के कैप्टन जनरल (ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग द्वारा दिया गया पद) के तौर पर अपनी सैन्य भूमिकाओं को, आरएएफ होनिटन में ऑनररी एयर कमांडेंट और स्माल शिप्स एंड डाइविंग के कोमोडर इन चीफ जैसी सैन्य भूमिकाओं को छोड़ देंगे.

यह भी पढ़ें-उत्तर भारत में पारे ने गोता लगाया, कश्मीर और हिमाचल में हाड़ गलाने वाली ठंड

मेक्गिट कहे जा रहे इस समझौते के तहत, दंपति उन्हें हाल में मिली भूमिकाएं भी गंवा देंगे जहां उन्हें राष्ट्रमंडल का युवा राजदूत बनाया गया था. हालांकि निजी धर्मार्थ कार्यों को पूरा करने के उनके कदम के तहत, वे महारानी के राष्ट्रमंडल न्यास के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बने रह सकते हैं. पैलेस के बयान में कहा गया है, ‘नयी व्यवस्था के अनुसार, वे समझते हैं कि उन्हें आधिकारिक सैन्य नियुक्तियों समेत शाही कर्तव्यों से पीछे हटने की आवश्यकता है. उन्हें शाही कर्तव्यों के लिए अब सार्वजनिक निधि नहीं मिल पाएगी.’ यह दंपति को आर्थिक आजादी देगा जो वे मांग रहे थे और इसका मतलब है कि ब्रिटेन के करदाताओं के पैसे से चलने वाले सोव्रन ग्रांट के हिस्से पर उनकी अब पहुंच नहीं होगी.

यह भी पढ़ें-जम्मू्-कश्मीर में इंटरनेट बंद पर सारस्वत ने दिया यह विवादित बयान, येचुरी ने की आलोचना

कुछ खबरों के मुताबिक, दंपति को हैरी के पिता प्रिंस चार्ल्स से निजी आर्थिक मदद के तौर पर गुप्त राशि मिलती रहेगी. दंपति के भविष्य में दर्जे को लेकर अब भी कुछ प्रश्नचिह्न हैं जैसे ब्रिटेन और कनाडा में उनकी कर एवं आव्रजन स्थिति क्या रहेगी. उल्लेखनीय है कि हैरी और मेगन ने अपनी इस योजना के ऐलान से पूरे देश को चौंका दिया था कि वे ब्रिटेन और उत्तरी अमेरिका के बीच अपना समय बिताने के लिए खुद को शाही भूमिका से अलग कर रहे हैं. दोनों ने महारानी से सलाह मशविरा किए बिना यह घोषणा की थी जिसे ब्रिटेन के शाही खानदान के भीतर बिखराव के रूप में देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे अपने आठ महीने के बेटे आर्ची के साथ ब्रिटेन और उत्तरी अमेरिका में समय बिताने के लिए यह कदम उठा रहे हैं . 

Prince Harry Buckingham Palace Prince Harry Meghan Marriage Meghan leave Royal Family
Advertisment
Advertisment