ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ के पति प्रिंस फिलिप को शनिवार को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. उनकी अंतिम यात्रा सैन्य बैंड के साथ शुरू हुई और उनका ताबूत विंडसर कैसल के स्टेट एंट्रेंस से बाहर लाकर लैंड रोवर पर रखा गया. सेंट जॉर्ज चैपल तक आठ मिनट में सेना के वरिष्ठ कमांडर वाहन के सामने कतारबद्ध और पीछे राजपरिवार के सदस्य चले. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय जुलूस के पीछे राजकीय बेंटले कार में सवार रहीं. इस दौरान खुद उनके द्वारा चुने गए भजनों और पाठों को शामिल किया गया जो उनकी पत्नी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय, ब्रिटेन और राष्ट्रमंडल की सेवा में उनकी 'अटूट निष्ठा' को दर्शाते हैं.
शनिवार को स्थानीय समयानुसार अपराह्न तीन बजे एक मिनट के राष्ट्रीय मौन के साथ आधिकारिक रूप से विंडसर कैसल के सेंट जॉर्ज चैपल में आधिकारिक रूप से शुरू हुआ यह समारोह बिना किसी उपदेश के हुआ जैसे का खुद ड्यूक ने चाहा था. बीते शुक्रवार 99 साल की अवस्था में उनका निधन हो गया था. बकिंघम पैलेस ने शनिवार को एक बयान में कहा, 'अंतिम संस्कार की व्यवस्था पर अपने जीवनकाल में ही ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग ने सहमति जताई थी जिसमें ड्यूक के सैन्य प्रभाव व व्यक्तित्व की झलक मिलती है.'
महारानी ने अपने दिन की शुरुआत स्कॉटलैंड में अपने दिवंगत पति के बगल में घास पर बैठे हुए ली गई एक तस्वीर जारी कर की. महारानी (94) की 73 साल पहले फिलिप से शादी हुई थी और महारानी ने उन्हें अपनी 'ताकत और ठहराव' करार दिया था. शाही परिवार के किसी भी सदस्य ने अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में ड्यूक के बारे में कुछ नहीं कहा और समूचे कार्यक्रम में सिर्फ 30 लोग शामिल हुए. इन लोगों ने मास्क लगाने के साथ ही सामाजिक दूरी के नियमों का पालन किया.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी हजारों अन्य लोगों की तरह टीवी पर यह कार्यक्रम देखा. इस बीच एपी की खबर के मुताबिक फिलिप के ताबूत को विंडसर कैसल में शाही परिवार के निजी चैपल से कैसल के 'इनर हॉल' ले जाया गया है. शाही अधिकारियों ने बताया कि ताबूत पर फिलिप की रॉयल नौसेना की टोपी और तलवार पुष्प चक्र के साथ रखी थी.
HIGHLIGHTS
- प्रिंस फिलिप शनिवार को सुपुर्द-ए-खाक
- अंतिम यात्रा सैन्य बैंड के साथ शुरू हुई
- बोरिस जॉनसन ने टीवी पर देखा कार्यक्रम