अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) को बड़ा झटका लगा है. अमेरिकी कांग्रेस (संसद - American Congress) के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (House of Representatives) में बुधवार को उनके खिलाफ महाभियोग (Impeachment Motion) का प्रस्ताव बहुमत से पारित हो गया. ट्रंप पर पद का दुरुपयोग करने का आरोप है. हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (निचले सदन) में महाभियोग प्रस्ताव के समर्थन में 229 तो विरोध में 197 वोट पड़े. अब महाभियोग प्रस्ताव सीनेट में भेजा जाएगा, जहां 100 सीटें हैं. सीनेट में डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के पास 53 सीटें हैं. सीनेट में महाभियोग प्रस्ताव पास होने के लिए 51% वोट जरूरी है. सीनेट से महाभियोग खारिज होने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पद पर बने रहेंगे. अगर ट्रायल पूरी हो जाती है तो सीनेट में ट्रंप की सजा पर वोटिंग होगी. सजा पर वोटिंग में 67% से कम वोट पड़े तो ट्रम्प राष्ट्रपति बने रहेंगे और 67% वोट पड़े तो ट्रम्प को पद छोड़ना पड़ेगा. अगर ट्रंप को पद छोड़ना पड़ा तो उप राष्ट्रपति माइक पेन्स पद संभालेंगे. जानें अमेरिका में राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया:
अमेरिका में महाभियोग की क्या है प्रक्रिया
- हॉउस ऑफ़ रिप्रेज़ेंटेटिव ने अगर बहुमत से महाभियोग के पक्ष में वोट दिया तो महाभियोग चलेगा.
- हॉउस ऑफ़ रिप्रेज़ेंटेटिव में मंज़ूरी के लिए महाभियोग के पक्ष में 51 % वोट ज़रूरी है
- हॉउस ऑफ़ रिप्रेज़ेंटेटिव से मंज़ूरी मिलने के बाद महाभियोग के लिए सीनेट में प्रक्रिया शुरू होगी
- सीनेट में भी इम्पीचमेंट की प्रक्रिया शुरू करने के लिए 51% वोट ज़रूरी है
- सीनेट में इम्पीचमेंट के पक्ष में 51 % से कम वोटिंग होती है तो इम्पीचमेंट ख़ारिज हो जाएगा
- इम्पीचमेंट ख़ारिज होने की स्थिति में ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति बने रहेंगे
- अगर इम्पीचमेंट के पक्ष में 51% वोट पड़ते हैं तो सीनेट में ट्रम्प के ख़िलाफ ट्रायल शुरू होगा
- ट्रम्प के ख़िलाफ ट्रायल पूरी होने के बाद सीनेट इस बात के लिए वोट करेगी की ट्रम्प को सज़ा दी जाए या नहीं
- सज़ा के लिए वोटिंग में अगर दो तिहाई यानी 67 % से कम वोट पड़ते हैं तो ट्रम्प राष्ट्रपति बने रहेंगे
- सज़ा के लिए वोटिंग में अगर दो तिहाई यानी 67 % सीनेट सदस्य वोट करते हैं तब ट्रम्प को पद छोड़ना पड़ेगा
- ट्रम्प राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देंगे और उप राष्ट्रपति माइक पेन्स ज़िम्मा संभालेंगे
सीनेट में रिपब्लिकन को बहुमत
- 100 सीटों वाली सीनेट में 53 पर रिपब्लिकन है
- महाभियोग प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की उम्मीद कम ही है
- राष्ट्रपति को पद से हटाने के लिए दो-तिहाई बहुमत की जरूरत होगी
ट्रम्प पर शक्तियों के दुरुपयोग का आरोप
- ट्रम्प पर आरोप है कि उन्होंने दो डेमोक्रेट्स और अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन के खिलाफ जांच शुरू करने के लिए यूक्रेन पर दबाव डाला था.
- निजी और सियासी फायदे के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए 2020 राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने पक्ष में यूक्रेन से विदेशी मदद मांगी थी.
- जांच कमेटी के सदस्यों ने कहा था कि ट्रम्प ने राष्ट्रपति चुनाव की अखंडता को कमजोर किया। उन्होंने अपने पद की शपथ का भी उल्लंघन किया.
- अमेरिका की संवैधानिक प्रणालियों जैसे जांच और संतुलन, शक्तियों का पृथक्ककरण और कानून के नियमों को चुनौती दी.
अमेरिका में किस राष्ट्रपति को इम्पीचमेंट का सामना करना पड़ा था
- ट्रम्प से पहले दो अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ इम्पीचमेंट लाया जा चुका है.
- 1868 में एंड्रू जॉनसन और 1998 में बिल क्लिंटन के खिलाफ इम्पीचमेंट.
- इम्पीचमेंट प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद एंड्रू जॉनसन और बिल क्लिंटन पद पर बने रहे.
- 1974 में रिचर्ड निक्सन के ख़िलाफ वाटर गेट स्कैंडल में इम्पीचमेंट लाया जाना था.
- रिचर्ड निक्सन को अंदाजा हो गया था की उनका प्रेजिडेंट पद पर बने रहना मुश्किल है.
- रिचर्ड निक्सन ने इम्पीचमेंट शुरू होने से पहले ही राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो