ब्रिटेन में एक अजीब और चौंकाने वाला मामला सामने आया है. लोग ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक के निर्णय का खुलकर विरोध कर रहे हैं. पीएम सुनक पर लोग इस तरह से गुस्सा है कि गुरुवार 3 अगस्त को लोगों ने पीएम आवास को काले कपड़े से पूरी तरह ढक दिया. जानकारी के मुताबिक जब ये विरोध प्रदर्शन हो रहा था उस पीएम सुनक अपने घर पर नहीं थे. वो फिलहाल अपने परिवार के साथ बुधवार शाम को छुट्टियां मनाने बाहर गए हैं. सवाल ये उठ रहा है कि आखिर लोग पीएम सुनक के खिलाफ अचानक क्यों हो गए हैं और इस तरह का विरोध कर रहे हैं.
पीएम आवास को काले कपड़े से ढका
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के आवास पर लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया. पीएम आवास को काले कपड़ से ढकने का काम ग्रीनपीस एनजीओ के लोगों ने किया. दरअसल लोग सरकार के द्वारा तेल की खुदाई को लेकर जो नीति बनाई गई है उसका विरोध कर रहे हैं. ऐसा देखा जा रहा है कि हाल के दिनों में पर्यावरण को लेकर जो पॉलिसी सुनक की सरकार लेकर आई है उसका विरोध हो रहा हैं. इस संबंध में ग्रीनपीस यूके के द्वारा ट्विटर पर ट्वीट कर जानकारी दी गई है. इस ट्वीट में देखा जा सकता है कि विरोध करने वाले लोग लगभग 200 मीटर के काले कपड़े से पीएम सुनक के आवास को ढक रहे हैं. हलांकि इस दौरान सुनक वो घर पर उपस्थित नहीं हैं.
🚨BREAKING: Climbers are on the roof of Rishi Sunak’s mansion draping it in 200 metres of oily-black fabric to drive home the dangerous consequences of a new drilling frenzy.#StopRosebank #NoNewOil pic.twitter.com/oeb36Wi2QU
— Greenpeace UK (@GreenpeaceUK) August 3, 2023
ऋषि सुनक- तेल मुनाफा या हमारा भविष्य
जैसा कि तस्वीर में देखा जा सकता है कि चार प्रदर्शनकारी सुनक के यॉर्कशायर वाले आवास की छत पर चढ़ गए और इसके बाद उनके आवास को काले कपड़ों से ढक दिया. इस फोटो में देखा जा सकता है कि दो प्रदर्शनकारी एक पोस्टर लिए हैं. इस पोस्टर पर लिखा है ऋषि सुनक- तेल मुनाफा या हमारा भविष्य ? जानकारी के मुताबिक प्रदर्शनकारियों पीएम के आधिकारिक आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर भी गुरुवार को विरोध जताया.
पॉलिसी पर्यावरण के विपरीत
ग्रीनपीस संस्था ने कहा है कि हमें एक ऐसा पीएम चाहिए जो पर्यावरण को बचाए न की पर्वायरण का नुकसान करें, संस्था का कहना है कि इस काले कपड़े ढककर हम पीएम से सवाल पुछना चाहते हैं कि क्लाइमेट चेंज के खिलाफ लड़ाई वो किस ओर खड़े हैं. वो बड़ी तेल कंपनियों के साथ है या फिर पृथ्वी को बचाने के साथ. पर्यावरण कार्यकर्ताओं का कहना है कि विश्व में ग्लोबल वार्मिंग तेजी से बढ़ रहा है. ऋषि सुनक की पॉलिसी इसके विपरीत है. अगर दुनिया को बचाना है तो तेल और गैस पर निर्भरता कम करनी होगी. दरअसल ब्रिटेन सरकार ने उत्तरी सागर में तेल और गैस की खुदाई की परमिशन दे दी है. इसी वजह से पर्यावरण कार्यकर्ता गुस्सा में हैं और विरोध कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau