रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके तुर्की समकक्ष रेसेप तईप एर्दोगन ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और युद्धग्रस्त सीरिया की स्थिति सहित क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों को हल करने के उद्देश्य से मुलाकात की. पुतिन के लिए यह पहली व्यक्तिगत मुलाकात थी. बातचीत के दौरान पुतिन ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध सकारात्मक रूप से विकसित हो रहे हैं. बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने सीरिया में शांति बहाली पर जोर दिया. रूस के सोची के काला सागर रिसॉर्ट में लगभग तीन घंटे तक यह बैठक चली. हालांकि बातचीत के बाद दोनों नेताओं की ओर से मीडिया को संबोधित नहीं किया.
यह भी पढ़ें : जॉर्डन, सीरिया के साथ सीमा फिर से खोलेगा
वार्ता के बाद गर्मजोशी से भरे आदान-प्रदान में पुतिन ने एर्दोगन को धन्यवाद दिया. दोनों ने इस मुलाकात को उपयोगी और सूचनात्मक बताया और आने वाले समय में संपर्क में रहने की बात कही. एर्दोगन ने ट्विटर पर लिखते हुए वार्ता को सकारात्मक बताया. रूस और तुर्की के बीच ऐतिहासिक रूप से जटिल संबंध रहे हैं. हाल के वर्षों में कई मुद्दों पर दोनों देशों के बीच मतभेद रहे हैं, खासकर सीरिया के मुद्दों को लेकर. रूस सीरियाई सरकार का मुख्य सहयोगी है, जबकि तुर्की उन समूहों का समर्थन करता है जिन्होंने राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से हटाने के लिए लड़ाई लड़ी है. हालांकि, रूस और तुर्की सैनिकों ने इदलिब में सहयोग किया था जो विद्रोही बलों की अंतिम कड़ी है, क्योंकि उन्होंने पिछले साल उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के लिए युद्धविराम समझौता किया था.
इस समझौते के कारण सीरियाई सरकार को हमले रोकने को लेकर मजबूर कर दिया था. इस दौरान सैकड़ों नागरिक मारे गए थे और लगभग दस लाख लोग विस्थापित हुए थे. पुतिन ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध सकारात्मक रूप से विकसित हो रहे हैं. पुतिन ने कहा, हमारे अधिकारियों ने ऐसे समझौते खोजना सीख लिया है जो दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद हों. तुर्की समकक्ष रेसेप तईप एर्दोगन ने कहा कि सीरिया के संबंध में हम जो कदम उठाते हैं, वे बहुत महत्वपूर्ण हैं. देश में शांति तुर्की और रूस के बीच संबंधों पर निर्भर करती है.
इदलिब को लेकर तनाव
इदलिब में संघर्ष विराम ने सीरिया में एक और बड़ी सैन्य वृद्धि को रोक दिया है, लेकिन विद्रोही लड़ाकों का कहना है कि रूस ने पिछले सप्ताह के दौरान इस क्षेत्र में हवाई हमले तेज कर दिए हैं. तुर्की के रक्षा मंत्री हुलुसी अकार ने बुधवार की बैठक से पहले संवाददाताओं से कहा, हम रूस के साथ हुए समझौते के सिद्धांतों का पालन कर रहे हैं." हम उम्मीद करते हैं कि दूसरा पक्ष भी समझौते के तहत अपनी जिम्मेदारियों का पालन करेगा.
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सीरिया पर पहले के समझौते को लागू करने का काम जारी है, जिसमें रूसी सैन्य पुलिस की संयुक्त गश्त भी शामिल है. उन्होंने कहा कि इदलिब इलाके में विद्रोही लड़ाकों द्वारा भारी गोलाबारी की गई. मॉस्को का कहना है कि अल-असद के आधिकारिक निमंत्रण पर रूसी सेना सीरिया में है और अन्य बलों की मौजूदगी देश को फिर से जोड़ने और पुनर्निर्माण के उसके प्रयासों में बाधा बन रही है.
HIGHLIGHTS
- दोनों ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया
- दोनों नेताओं ने इस मुलाकात को सकारात्मक बताया
- दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध से सीरिया में शांति होगी