Putin-Kim Meeting: रूस और यूक्रेन के युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उत्तर कोरिया के दौरे पर पहुंचे. यहां उन्होंने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए. समझौतों पर अमेरिका और यूरोप की भी नजर थी. दोनों देशों ने दोस्ती को और मजबूत करने के लिए एक दूसरे को गिफ्ट दिए. रूसी राष्ट्रपति ने तानाशाह किम को खास ऑरस सीनेट कार भेंट की तो वहीं, किम ने दो पुंगसन नस्ल के डॉग गिफ्ट किए. बता दें, ऑरस सीनेट को रशिया की रॉल्स रॉयस भी कहा जाता है. पुतिन खुद भी ऑरस सीनेट का इस्तेमाल करते हैं.
2018 में हुई कंपनी की स्थापना
रूसी राष्ट्रपति अगर अपने खास दोस्त को कोई कार गिफ्ट कर रहे हैं तो निश्चित है कि वह बेहद खास होगी. कंपनी की स्थापना पुतिन के लिए ही साल 2018 में हुई थी. दरअसल, राष्ट्रपति पुतिन के काफिले में इस्तेमाल किए जाने के लिए एक कार बनाने के निर्देश दिए गए थे. इस कंपनी का संचालन रूस का सेंट्रल साइंटिफिक रिसर्च ऑटोमोबाइल एंड ऑटोमोटिव इंजन इंस्टीट्यूट करता है. यह सेडान कार तीन मॉडल में आती है. पहला- स्टैंडर्ड सीनेट, सीनेट लॉन्ग और सीनेट लिमोसिन. यह एक बख्तरबंद कार है. इसमें 4.4 लीटर ट्विन-टर्बो V8 का इस्तेमाल किया गया है.
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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कार के इंजन को पोर्श की मदद से विकसित किया गया है. इस कार में वह सभी सुविधाएं हैं, जो अन्य देशों के राष्ट्रपतियों के कार में होती है. हालांकि, किम के लिए गाड़ी को कैसे मॉडिफाई किया गया है, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है.
जानें किम के गिफ्ट की खासियत
पुतिन द्वारा दिए गिफ्ट की बात तो हो गई, अब जानते हैं किम जोंग उन द्वारा पुतिन को भेंट की गई डॉग्स की. किम ने पुतिन को दो खास पुंगसन डॉग गिफ्ट किए हैं. पुंगसन डॉग बेदह वफादार और खतरनाक शिकारी होते हैं. कोरियाई टीवी पर सामने आई तस्वीरों में किम जोंग और पुतिन को दोनों डॉग के साथ खेलते हुए देखा गया. वीडियो में किम एक डॉग को गाजर खिलाते दिख रहे हैं तो वहीं पुतिन दूसरे डॉग के सिर को कभी हाथों से सहला रहे हैं तो कभी डॉग को थपथपाते हुए खूब दुलार कर रहे हैं. आइये जानते हैं डॉग की खासियत….
सबसे अहम बात है कि पुंगसन ब्रीड के कुत्ते सिर्फ उत्तर कोरिया में ही मिलते हैं. इस ब्रीड के डॉग को बहुत ज्यादा साहसी और उग्र माना जाता है. इनकी उत्पत्ति 16वीं शताब्दी में उत्तर कोरिया के लियांगगांग प्रांत में हुई थी. इसी के बाद से कोरियाई और रूसी लोग बाघों, भालुओं और जंगली सुअरों के शिकार के लिए इन कुत्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उत्तर कोरिया की सरकार ने 1956 में इसे नेशनल डॉग का दर्जा दिया था. अब तक सिर्फ दो ही मौके ऐसे आए हैं, जब उत्तर कोरिया के नेताओं ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपतियों को ये कुत्ते गिफ्ट किए. पुंगसन डॉग कई फिल्मों में भी नजर आए हैं. हालांकि, इन्हे पालने का खर्च काफी अधिक होता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, एक जोड़ी कुत्ते को पालने में हर महीने करीब 1.50 लाख रुपये लग जाते हैं. यहां तक की दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति मून जे-इन ने खर्चे के वजह से रिटायरमेंट के बाद डॉग को पालने में अनिच्छा जाहिर की थी. पढ़ें पूरी खबर
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Source : News Nation Bureau