संयुक्त राज्य अमेरिका ने सोमवार को पूर्वी यूक्रेन में विद्रोही क्षेत्रों के खिलाफ वित्तीय प्रतिबंधों की घोषणा की, जिन्हें रूस द्वारा नए सिरे से मान्यता दी गई है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादी क्षेत्रों (डोनेत्स्क और लुहांस्क) की स्वतंत्रता को मान्यता दे दी है. रूस के इस फैसले से यूक्रेन संकट और गहराता जा रहा है. साथ ही रूस के आक्रमण की पश्चिम देशों की आशंका के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका है. राष्ट्रपति की सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद पुतिन ने यह घोषणा की और इसी के साथ मॉस्को समर्थित विद्रोहियों और यूक्रेनी बलों के बीच संघर्ष के लिए रूस के खुलकर बल और हथियार भेजने का रास्ता साफ हो गया है.
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वहीं रूस यूक्रेन पर हमले को लेकर पहले से ही तैयार बैठा है जिससे पश्चिमी देशों के बीच भी डर बना हुआ है. पश्चिमी देशों को इस बात की आशंका है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है और वह पूर्वी यूक्रेन में झड़पों को हमला करने के लिए बहाने के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है. इससे पहले, यूक्रेन के अलगाववादी नेताओं ने टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान के जरिए रूस के राष्ट्रपति से अनुरोध किया था कि वे अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दें और मित्रता संधियों पर हस्ताक्षर करके उनके खिलाफ जारी यूक्रेनी सेना के हमलों से उनकी रक्षा करने के लिए सैन्य सहायता भेजें. इस अमेरिका द्वारा अलगाववादी समूहों के खिलाफ लगाए प्रतिबंधों की वजह से एक नए चरण की शुरुआत कर दी है जो जल्द ही सोवियत संघ के पतन के बाद से सबसे खतरनाक पूर्व-पश्चिम टकराव बन सकता है.
रूस-अमेरिका में लगातार बढ़ रहा टकराव
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रूस द्वारा अलगाववादी क्षेत्रों की मान्यता को एक संकेत के रूप में खारिज कर दिया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कूटनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है. ब्लिंकन ने एक बयान में कहा कि क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देना राजनयिकता के लिए रूस की दावा की गई प्रतिबद्धता के सीधे विपरीत है और यह यूक्रेन की संप्रभुता पर एक स्पष्ट हमला है. उन्होंने एक अलग ट्वीट में कहा, रूस का निर्णय राष्ट्रपति पुतिन के अंतरराष्ट्रीय कानून और मानदंडों के प्रति अनादर का एक और उदाहरण है. उन्होंने एक अलग ट्वीट में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका साझेदारों के साथ समन्वय में उचित कदम उठाएगा.
UNSC ने बुलाई बैठक
वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन की मांग पर आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई है. यह बैठक भारतीय समयानुसार सुबह 7:30 बजे न्यूयॉर्क में शुरू होगी. सुरक्षा परिषद सदस्य के तौर पर भारत भी इस बैठक में मौजूद होगा. इस समय सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता रूस कर रहा है. वहीं रूस ने इस बैठक को ओपन डिबेट रखने के अमेरिकी आग्रह को भी स्वीकार कर लिया है.
HIGHLIGHTS
- पुतिन ने यूक्रेन के डोनेत्स्क और लुहांस्क को दी अलग राज्य की मान्यता
- यूक्रेन संकट और गहराया, अमेरिकी प्रतिबंध के बाद रूसी हमले की बढ़ी आशंका
- मॉस्को समर्थित विद्रोहियों और यूक्रेनी बलों के बीच जल्द बढ़ सकता है संघर्ष