भले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) यूक्रेन से अपने सैनिकों की वापसी और युद्ध नहीं थोपने का दावा कर रहे हैं, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) को लग रहा है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है. यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि रूस पूर्वी यूक्रेन (Ukraine) में रूस समर्थित अलगाववादियों की मदद से फॉल्स फ्लैग अभियान को अंजाम देने में जुट गया है. शुक्रवार देर रात रूस समर्थित अलगाववादियों के कब्जे वाले शहर डोनेट्स्क में एक कार बम धमाका हुआ. इस धमाके में क्षेत्रीय सुरक्षा के प्रमुख डेनिस सिनेंकोव की जीप पूरी तरह से उड़ गई. हालांकि उनके घायल होने की सूचना नहीं है. इसके अलावा इसी हिस्से में एक गैस पाइप लाइन में आग लगने की भी खबर है.
समझें क्या होता है फॉल्स फ्लैग अभियान
सबसे पहले तो यह समझ लें कि फॉल्स फ्लैग अभियान शब्दावली का अर्थ क्या होता है, जिसका इस्तेमाल अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश कर रहे हैं. फॉल्स फ्लैग अभियान के तहत कोई देश खुद ही अपने देश के किसी हिस्से पर हमला करता है. इसके बाद किसी दूसरे देश पर हमले का आरोप लगाता है. फिर इसी आधार पर जवाबी कार्रवाई करता है. रूस और यूक्रेन के बीच तनातनी का माहौल शुरू होने के बाद से पश्चिम के कई देश लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि रूस फॉल्स फ्लैग अभियान के तहत यूक्रेन पर हमला कर सकता है. हालांकि इस कार बम धमाके के लिए रूस ने यूक्रेन को ही जिम्मेदार बताया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अलगाववादी के कब्जे वाले दोनों क्षेत्रों से बच्चों और महिलाओं का पलायन भी शुरू करवा दिया गया है. सभी को ये कहकर दूर भेजा जा रहा है कि यूक्रेन जल्द कोई बड़ा हमला कर सकता है, लेकिन यूक्रेन ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है.
पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादियों का कब्जा
डेलीमेल की खबर के मुताबिक रूस की सरकारी मीडिया ने ही सबसे पहले इस धमाके की जानकारी दी और तस्वीर जारी की. अगर फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन को लेकर पश्चिम की चेतावनी सही है, तो पुतिन की सेना ने खुद कार को बम से उड़ाया. यह दावा करने के लिए कि यूक्रेन का पूर्वी क्षेत्र और वहां रह रहे रूसी नागरिकों पर हमले का खतरा मंडरा रहा है. इस 'बहाने' का इस्तेमाल करके रूसी सैनिक और टैंक सीमा पार करते हुए यूक्रेन पर हमला कर सकेंगे. इस धमाके से कुछ घंटे पहले अलगाववादी के कब्जे वाले दोनों क्षेत्रों के नेताओं ने कहा कि वे महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के निकासी की योजना बना रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कीव सरकार हमले की योजना बना रही है. हालांकि यूक्रेन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है. माना जाता है कि पूर्वी यूक्रेन के दोनों क्षेत्रों, जिस पर रूस समर्थित अलगाववादियों का कब्जा है, में लाखों की आबादी रहती है. इनमें ज्यादातर लोग रूसी भाषी हैं और कइयों ने तो रूस की नागरिकता भी हासिल कर ली है.
HIGHLIGHTS
- यूक्रेन और रूस के बीच तनातनी बढ़ी
- डोनेट्स्क में हुआ भीषण कार बम धमाका
- पूर्वी यूक्रेन के लोग हैं रूस समर्थित