रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को पश्चिमी देशों पर बड़ा हमला किया. पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देश रूस को 'उपनिवेश' बनाना चाहता है. उन्होंने भारत जैसे देशों को लूटा है, लेकिन हमने खुद को एक उपनिवेश नहीं बनने दिया. उन्होंने इसका जिक्र करते हुए कहा " अब पश्चिमी देश के निशाने पर रूस और ईरान है. अगली बारी आपका होगा. "उन्होंने भारत अफ्रीका, चीन को लूट लिया... उन्होंने जो किया उसने पूरे देश को मादक द्रव्यों के सेवन और अन्य चीजों के अधीन कर दिया. वे प्रभावी रूप से लोगों का शिकार कर रहे हैं. हमें इस तथ्य पर गर्व है कि हमने उन्हें अन्य देशों को लूटना जारी नहीं रखने दिया. पुतिन ने अफीम युद्ध और भारत के 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के बारे में बोलते हुए ये बातें कही.
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पुतिन ने 37 मिनट के संबोधन के दौरान रूस को एक "उपनिवेश" में बदलने की कोशिश करने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगियों की निंदा की. पुतिन ने कहा कि लिंग और परिवार के मुद्दों पर रूस के अपने विचार हैं. पुतिन ने कब्जे वाले यूक्रेन क्षेत्रों के औपचारिक कब्जे से पहले कहा कि पश्चिमी देश रूस को कमजोर करने और सोवियत संघ के पतन के बाद से इसे अपने घुटनों पर लाने की कोशिश कर रहा है. पुतिन ने कहा, पश्चिमी देश हम पर आक्रमण करने के लिए नए अवसर देख रहा है और उन्होंने हमेशा हमारे राज्य को छोटे राज्यों में तोड़ने का सपना देखा है जो एक दूसरे के खिलाफ लड़ेंगे. पुतिन ने कहा पश्चिमी देशों पर लालची होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह चाहता है कि रूस उसके "उपनिवेश" में रहे.