न्यूयॉर्क में अगले माह होने वाले संयुक्त महासभा से अलग क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक होने संभावना है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समग्र सहयोग बढ़ाने पर फोकस होगा. भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के गठबंधन वाले ‘क्वाड’, क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता की पृष्ठभूमि में स्वतंत्र एवं मुक्त हिंद-प्रशांत को सुनिश्चि करने को लेकर व्यावहारिक सहयोग पर ध्यान केंद्रित हो रहा है. क्वाड के विदेश मंत्री गठबंधन के तहत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के तौर-तरीके पर विचार होगा.
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भारत में विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापानी विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने पिछली बार इस बात की चर्चा की थी. विदेश मंत्रियों ने बैठक के समय स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत के लिए समूह की प्रतिबद्धता जताई थी. उन्होंने कहा था कि यह कानून के शासन, संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान को समर्थन करता है.
मिलकर काम करने की भी प्रतिबद्धता जताई थी
विदेश मंत्रियों ने 2023 में क्वाड के एजेंडे को पूरा करने को लेकर मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई थी. जापान की जी7 की अध्यक्षता, भारत की जी20 की अध्यक्षता और संयुक्त राज्य अमेरिका के APEC (एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग) के ‘मेजबान वर्ष’ पर समर्थन किया.
अरुणाचल प्रदेश और आक्साई चिन को अपना बताया
हाल ही में चीन ने अपने विवादित ध्वज को दुनिया के सामने रखा. इसमें अरुणाचल प्रदेश और आक्साई चिन को उसने अपना बताया है. जयशंकर ने इस मामले में कड़ी आपत्ति व्यक्त की है. उनका कहना है कि इस तरह के दावे से कुछ हासिल नहीं होने वाला है. उन्होंने चीन पर आरोप लगाए कि वह बीते काफी समय इस तरह की हरकत करता आया है. इस मामले में चीन का रुख हमेशा से आपत्तिजनक रहा है.
Source : News Nation Bureau