पाकिस्तान न तो आतंकवाद पर अंकुश लगा पा रहा है और न ही अपने बड़बोलेपन पर। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने अपने नए बयान में कहा, हम नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम को स्वीकार नहीं करते हैं।
दरअसल ये बयान गृहमंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान की प्रतिक्रिया में आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद पर काबू नहीं पाता है, तो वह दस टुकड़ों में विभाजित हो जाएगा।
हाफिज ने ये बात पाकिस्तान के नसीर बाग लाहौर में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कहा। हाफिज ने कहा, 'हम राजनाथ के बयान को युद्ध की घोषणा मानते हैं और चुनौती स्वीकार करते हैं। हम नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम को स्वीकार नहीं करते हैं।'
वहीं पाकिस्तानी सरकार को चेतावनी देते हुए हाफिज ने कहा है वह भारत के कथित जासूस कुलभूषण को क्लीन चिट देने की गलती न करें।
दरअसल कुछ दिनों पहले कठुआ में शहीदी दिवस के मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारतीय फौज जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान में घुसकर अपने दुश्मन को खत्म करने की क्षमता रखती है। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा भारत में छेड़े गए छद्म युद्ध पर चिंता जताते हुए कहा कि आतंकवाद के सहारे पड़ोसी मुल्क चाहता है कि वह जम्मू कश्मीर को भारत से अलग कर देगा तो यह भूल जाए। पाकिस्तान को यह समझना होगा कि आतंकवाद बहादुर लोगों का हथियार नहीं हो सकता, यह कायरों का हथियार है।
पाक अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो उसके दस टुकड़े होगें। पिछले 4 युद्धो में उसने मुहं की खाई है शायद वो भूल गया है कि 1971 के युद्ध में उसके 2 टुकड़े हुए थे। अगर उसे लगता है वह जम्मू -कश्मीर को भारत से अलग कर देगा तो भूल जाए।
ज़ाहिर है बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी के हालत पिछले काफी समय से ठीक नहीं चल रहा। हाल ही में एक ऑडियो टेप सामने आया जिसके बाद आतंकी बुरहान का हाफिज से कनेक्शन की बात भी सामने आई थी। बातचीत के दौरान हाफिज सईद आतंकी बुरहान को हर संभव मदद देने का भरोसा दे रहा था।
Source : News Nation Bureau