बर्लिन में चेचन विद्रोही की हत्या के बाद जर्मनी और रूस के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है. स्थिति यहां तक आ पहुंची है कि दोनों ही एक-दूसरे के राजदूतों को अपने-अपने देश से निकालने का मन बना चुके हैं. जर्मनी का मानना है कि चेचन विद्रोही जेलिमखान खांगोशिली की हत्या के बाद शुरू हुई जांच में उसके पीछे रूस का हाथ सामने आ रहा है. इसी को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है.
फ्रांस की समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक चेचन विद्रोही की हत्या से विफरे जर्मनी ने रूस के दो राजदूतों के निष्कासन का फरमान जारी कर दिया है. बताते हैं कि इसके जवाब में रूस भी यही कदम उठा सकता है. जर्मनी के मुख्य जांचकर्ताओं का कहना है कि प्रारंभिक जांच में चेचन विद्रोही की हत्या में रूस की खुफिया संस्थाओं का हाथ सामने आ रहा है. मामला लगभग तीन माह पुराना है, जब बर्लिन के एक पार्क में चेचन विद्रोही की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी.
हालांकि रूस शुरुआत से ही इस आरोप से इंकार करता आ रहा है. रूस के कूटनीतिज्ञों का मानना है कि ऐसी खबरों के पीछे उन ताकतों का हाथ है जो जर्मनी और रूस के बीच बढ़ती घनिष्ठता को पचा नहीं पा रहे हैं. इस हत्याकांड के आरोपी को पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार कर लिया था, जब हत्यारोपी हत्या में प्रयुक्त हथियार को एक नहर में बहा रहा था. हत्यारोपी ने हालांकि गिरफ्तारी के बाद जांचकर्ताओं को कतई कोई सहयोग नहीं किया है.
HIGHLIGHTS
- बर्लिन में चेचन विद्रोही की हत्या के बाद जर्मनी और रूस के बीच तनाव चरम पर.
- जर्मनी ने रूस के दो राजदूतों के निष्कासन का फरमान जारी कर दिया है.
- त्यारोपी ने गिरफ्तारी के बाद जांचकर्ताओं को कतई कोई सहयोग नहीं किया है.
Source : News Nation Bureau