Russia Ukraine War : रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध के 10वें दिन भी खारकीव में कई धमाकों की आवाज सुनी गई है. यूक्रेन मीडिया ने दावा किया है कि थोड़ी देर पहले धमाकों की आवाज सुनी गई. स्थानीय निवासियों को पास के मेट्रो शेल्टर या बंकर में रहने की चेतावनी दी गई है. खारकीव में लगातार अलार्म बज रहे हैं और लोगों को सेफ जगह पहुंचने के लिए कहा जा रहा है. यहां एयर स्ट्राइक से लेकर जमीनी जंग भी चल रही है. खारकीव में बस स्टॉप पर रूसी हमला किया गया, जिसके बाद सड़कें सुनसान देखी गईं.
2 मार्च को यूक्रेन सेना की माने तो रूसी पैराट्रपर्स उसके दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में उतर गए. उसी दिन बम विस्फोटों में दर्जनों नागरिक मारे गए थे. हवाई हमला उसी तरह शुरू हुआ जैसे ही खारकीव और आसपास के क्षेत्र में हवाई हमले के सायरन बजने लगे थे. 2 मार्च को खारकीव क्षेत्रीय प्रशासन के प्रमुख ओलेग सिनेहुबोव ने कहा कि रूसी सेना के हमले में पिछले 24 घंटों में 21 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 112 घायल हो गए. उसी दिन सिटी काउंसिल और पैलेस ऑफ लेबर की इमारतों के समीप कांस्टीट्यूशन स्क्वायर पर धमाके हुए. एक मिसाइल ने खारकीव में क्षेत्रीय पुलिस विभाग की इमारत और विश्वविद्यालय इमारत को भी तहस-नहस कर दिया. 28 फरवरी को रूसी हमले में खारकीव में 11 नागरिक मारे गए.
रूस क्यों खारकीव को बना रहा निशाना
खारकीव यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, जोकि रूसी सीमा से केवल 40 किलोमीटर (25 मील) दूरी पर स्थित है. 1.4 मिलियन निवासियों का यह शहर मुख्य रूप से एक रूसी भाषी टेक हब है. खारकीव में रूस समर्थक लोगों की बड़ी संख्या मौजूद है. पहचान, बोली और रहन-सहन के मामले में खारकीव यूक्रेन का इकलौता शहर है जो रूस से मेल खाता है.
खारकीव रूस की सीमा से ज्यादा दूर भी नहीं है. जानकार बताते हैं कि रूस के समर्थकों की बड़ी संख्या होने के चलते खारकीव को कब्जे में लेना आसान साबित होगा, जिसके लिए रूस हमला कर रहा है. माना जा रहा है कि खारकीव पर अधिकार जमाने के बाद कीव की राह थोड़ी आसान हो सकती है, इसलिए रूस एक गेटवे बनाने के लिए खारकीव को निशाना बना रही है.
रूसी सेना को खारकीव को अधिकार में लेना आसान लग रहा है, क्योंकि यह पूर्वी यूक्रेन का हिस्सा है. जहां बड़ी संख्या में रसियन के पक्ष में जाने वाले लोग हैं, ऐसे में रूसी सेना को वहां की जनता का भी साथ मिल सकता है और इसे अधिकार में जल्दी लिया जा सकता है.
Source : News Nation Bureau