रूसी विदेश मंत्रालय ने घोषणा करते हुए कहा कि कुछ यूरोपीय संघ (ईयू) के सदस्य देशों के अतिरिक्त अधिकारियों को मॉस्को के खिलाफ उनके कार्यों के लिए देश में प्रवेश करने से रोक दिया गया है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ये कानून प्रवर्तन एजेंसियों, विधायी और कार्यकारी अधिकारियों के प्रतिनिधि रूसी विरोधी नीतियों और उपायों को बढ़ावा देने के लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार हैं जो रूसी भाषी निवासियों और मीडिया के वैध अधिकारों का उल्लंघन करते हैं. मास्को ने य कदम यूक्रेन पर पहले हमला करने की बात नहीं कहते हुए उटाया है, जब अमेरिका लगातार प्रतिबंधों की चेतावनी दे रहा है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इसमें यह निर्दिष्ट नहीं किया गया है कि कौन और किन देशों को निशाना बनाया गया है. विवरण का खुलासा किए बिना बयान में कहा गया है कि दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही कुछ यूरोपीय निजी सैन्य कंपनियों के नेताओं पर भी प्रवेश प्रतिबंध लागू होता है. रूसी विदेश मंत्रालय ने मॉस्को में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल को प्रतिबंधों के बारे में एक नोट भेजा है.
एक अन्य बयान के अनुसार सोमवार को अन्य 20 रूसी युद्धपोतों और सहायक जहाजों ने पनडुब्बी रोधी, वायु रक्षा और खदान-स्वीपिंग कार्यो को अंजाम देने के लिए बाल्टिक सागर में बड़े पैमाने पर अभ्यास शुरू किया. ये अभ्यास तब हुआ जब उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन बलों को स्टैंडबाय पर रख रहा था और पूर्वी यूरोप में अतिरिक्त जहाजों और लड़ाकू विमानों को भेजा जा रहा था क्योंकि यूक्रेन और उसके आसपास तनाव बढ़ गया है.
HIGHLIGHTS
- हालांकि प्रतिबंधित नामों की लिस्ट स्पष्ट नहीं
- इसके पहले रूस ने काला सागर में किया अभ्यास