यूक्रेन में रूसी हस्तक्षेप का आज 35वां दिन है. यूक्रेन-रूस युद्ध के 34वें दिन तुर्की के इस्तांबुल दोनों पक्षों के शीर्ष राजनयिकों की मुलाकात की हुई. इस दौरान युद्ध को रोकने के लिए बात हुई तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के गुस्सा होने की भी खबरें आई. साथ ही अब तक जताई जा रही परमाणु हमले की चिंता पर भी रूसी बयान आया है, जिसमें रूस ने साफ कर दिया है कि वो यूक्रेन पर परमाणु हमला नहीं करेगा. हालांकि इसके लिए यूक्रेन को रूसी शर्तों को मानना पड़ेगा. इस बीच खबर आई कि दोनों पक्षों के प्रतिनिधिमंडल जब आमने-सामने आए तो यूक्रेन के राष्ट्रपति के हाथों से लिखा एक पत्र रूसी पक्ष के सामने रखा गया, जिसमें बिना शर्त के संघर्ष विराम की बात लिखी थी. ये संदेश जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तक पहुंचा तो वो भड़क गए.
'यूक्रेन को बर्बाद कर दूंगा'
जानकारी के मुताबिक, इस्तांबुल में मीटिंग से पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की के एक हैंड रिटेन लेटर पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भड़क गए और उन्होंने वॉर्निंग देते हुए कहा कि ‘जेलेंस्की से कह दो कि बर्बाद कर दूंगा.’ दरअसल, जेलेंस्की ने पुतिन को नोट लिखकर बिना किसी शर्त के युद्ध समाप्त करने के लिए कहा. उन्होंने अपना यह नोट चेल्सी फुटबॉल क्लब के मालिक रोमन अब्रामोविच के जरिए क्रेमलिन अधिकारियों तक भिजवाया था. द टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, नोट पढ़ते ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन आगबबूला हो गए और उन्होंने अब्रामोविच को कहा कि उन्हें कह दो, मैं उन्हें पूरी तरह बर्बाद कर दूंगा. रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि जेलेंस्की हमारी सभी शर्तों को मान लें नहीं तो अंजाम बुरा होगा. रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने कहा है कि यूक्रेन की सैन्य क्षमता में एक महीने में बड़ी गिरावट आई है और इसी के साथ यूक्रेन में रूस ने अपना लक्ष्य पूरा करने के साथ सैन्य अभियान का पहला चरण पूरा कर लिया है. बताया जा रहा है कि रूस ने अब अपनी सेना को चेर्नोबिल और बेलारूस की सीमा के बीच एक बार फिर रीग्रुप करना शुरू कर दिया है. इसके बाद वो यूक्रेन पर हमले का सेकेंड फेज शुरू कर सकता है.
परमाणु हमले को लेकर कही ये बात
मीडिया को दिए इंटरव्यू में क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्रि पेस्कोव ने यूक्रेन पर परमाणु हमले को लेकर जारी सस्पेंस से पर्दा उठा है. रूस ने कहा है कि वो यूक्रेन पर परमाणु हथियारों का उपयोग नहीं करेगा. यहां तक कि रूस-यूक्रेन युद्ध का चाहे जो भी नतीजा निकले, यूक्रेन की धरती पर परमाणु हमला नहीं किया जाएगा. रूस इन हथियारों का तब इस्तेमाल करेगा, जब रूस के अस्तित्व को कोई खतरा होगा. माना जा रहा है कि ये पुतिन की नाटो देशों और अमेरिका को सीधी चेतावनी है. बता दें कि पश्चिमी देश लगातार दावा कर रहे हैं कि यूक्रेन युद्ध में पुतिन की सेना को लगातार नुकसान हो रहा है. खासतौर पर यूक्रेन को मिल रही अमेरिकी मिसाइलें भारी तबाही मचा रही हैं. जिसकी बौखलाहाट में रूस सीधा एटम बम गिरा सकता है. लेकिन क्रेमलिन ने साफ किया है ये उसकी नीतियों में नहीं है. वो न्यूक्लियर पावर का इस्तेमाल तो कर सकता है. लेकिन यूक्रेन से युद्ध इसकी वजह नहीं हो सका.
युद्ध में यूक्रेन को कितना नुकसान हुआ
रूस ने दावा किया है कि अभी तक उसकी सेना ने 123 एयरक्राफ्ट्स मार गिराए हैं और 74 फाइटर हेलिकॉप्टर तबाह किए हैं. इसके अलावा 309 मानव रहित विमानों को भी मार गिराया है. जो यूक्रेन का बहुत बड़ा नुकसान है. इसके अलावा यूक्रेन के 172 मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम, 1568 स्पेशल मिलिट्री ऑटोमोटिव इक्विपमेंट्स, 721 फील्ड आर्टिलरी व मोर्टार्स बर्बाद हुए हैं. रूस का दावा है कि यूक्रेन के 1721 टैंक और अन्य बख्तरबंद गाड़ियों को भी रूस ने नष्ट कर दिया है. इस बीच यूक्रेन ने भी रूस को भारी नुकसान पहुंचाने का दावा किया है.
HIGHLIGHTS
- रूस-यूक्रेन युद्ध का 35वां दिन
- अब तक यूक्रेन को पहुंचा है काफी नुकसान
- परमाणु हमला नहीं करेगा रूस