रूस और पाकिस्तान ने एक अंडरवाटर गैस पाइपलाइन के निर्माण के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है, जो ईरान, पाकिस्तान और भारत से होकर गुजरेगा. रूस के ऊर्जा मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, यह एमओयू अधिकृत संगठनों को मान्यता प्रदान प्रदान करता है जिसके माध्यम से परियोजना के क्रियान्वयन में मदद की जाएगी, जिसमें व्यवहार्यता अध्ययन के विकास, संसाधन आधार की पहचान, आकार और गैस पाइपलाइन के मार्ग शामिल हैं.
रूसी उपऊर्जा मंत्री एनातोली यानोव्स्की और पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव शेर अफगान खान ने मॉस्को में दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए.
यानोवस्की ने कहा कि अब रूस को ईरान और भारत को हस्ताक्षर के बारे में सूचित करना होगा, जिसके बाद उसके द्वारा भारत के साथ इसी तरह के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद है.
साल 2013 में ईरान के खिलाफ प्रतिबंधों को लागू करने के कारण परियोजना पर काम रुक गया था, लेकिन 2017 में इसे फिर से काम शुरू हुआ. नवंबर 2017 में, रूस और ईरान ने एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जिसमें ईरान से भारत में गैस आपूर्ति के लिए रूसी समर्थन का उल्लेख किया गया.
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मार्च में परियोजना के कार्यान्वयन पर एक रूसी-ईरानी कार्यकारी समूह की पहली बैठक हुई.
यानोवस्की के मुताबिक, रूस और पाकिस्तान कराची और लाहौर के बीच 1,100 किलोमीटर उत्तर-दक्षिण गैस पाइपलाइन (एनएसजीपी) के निर्माण की एक और परियोजना पर प्रतिवर्ष 12.3 अरब घन मीटर गैस परिवहन के लिए परामर्श कर रहे हैं.
Source : IANS