रूस ने यूक्रेन से सैन्य वापसी से इनकार किया है. इस तरह से उसने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के शांति प्रस्ताव को नकार दिया है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव के अनुसार यूक्रेन को अपने चार क्षेत्रों को शामिल करना होगा. इसका ऐलान सितंबर में किया गया था. रूस की इस मांग की सभी देशों ने निंदा की थी. पेसकोव ने मंगलवार को कहा कि कीव को नई क्षेत्रीय “वास्तविकताओं” को मानने की जरूरत है. राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के शांति प्रस्ताव को खारिज किया गया है. इसमें रूसी सैनिकों की वापसी शामिल है.
दमित्री पेसकोव ने यूक्रेन द्वारा जी-7 देशों से की गई मांग को अनुचित ठहराया. इसमें ज्यादा सैन्य उपकरण, वित्तीय सहायता और ऊर्जा मदद की मांग को उठाना गलत है. यूक्रेन के इस फैसले से दोनों के बीच शत्रुता में इजाफा होगा. क्रेमलिन ने रूसी सैनिकों की वापसी को लेकर कहा, यूक्रेन को वास्तविकताओं को समझना होगा.
दमित्री पेसकोव का कहना है कि सही स्थिति ये है कि रूसी संघ में नए विषय हैं. ये उन इलाकों में हुए जनमत संग्रह के जरिए उभरे हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि नई स्थिति को जाने बगैर किसी तरह बातचीत संभव होना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक रूस द्वारा अपने सैनिकों की वापसी संभव नहीं है.
Source : News Nation Bureau