रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन के हर दिन 60 से 100 सैनिक मारे जा रहे हैं, वहीं कार्रवाई में लगभग 500 सैनिक घायल हो रहे है. इसकी जानकारी यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने अपने बयान के जरिए दी. यूक्रिनफॉर्म समाचार एजेंसी ने बताया कि जेलेंस्की ने यूएस-आधारित न्यूजमैक्स टीवी के साथ एक इंटरव्यू के दौरान यह टिप्पणी की. इंटरव्यू में जेलेंस्की ने कहा, स्थिति बहुत कठिन है. हम कार्रवाई में मारे गए 60-100 सैनिक हर रोज खो रहे हैं और लगभग 500 सैनिक कार्रवाई में घायल हो रहे हैं. इसलिए हम रक्षात्मक परिधि को पकड़ रहे हैं. सबसे कठिन स्थिति यूक्रेन के दोनेत्स्क और लुहान्स्की में है.
दुनिया रूस का बचाव बंद करे
जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन जीत नहीं सकते, और दुनिया को रूसी सैनिकों द्वारा किए गए अत्याचारों के बीच उनका बचाव करना बंद कर देना चाहिए. अब वह लगभग अलग-थलग हो चुका हैं, प्रतिबंध पूरी तरह से लागू नहीं हुए है. दुनिया अभी भी मौका दे रही है. जेलेंस्की ने कहा कि मैं कहूंगी कि इस या उस देश के नेता को मारने का प्रयास एक कमजोरी है. अगर आप बात नहीं कर सकते हैं, तो यह कमजोरी है. युद्ध शुरू करना कमजोरी है और वे पहले ही दिखा चुके हैं कि वे कमजोर है.
यूरोपीय संघ रोकेगा रूसी तेल का आयात
इस बीच यूरोपीय संघ के नेताओं ने कहा है कि वे यूक्रेन पर हमला करने के लिए मास्को को दंडित करेंगे और दंड यही कि वे 2022 के अंत तक अधिकांश रूसी तेल आयात को रोक देंगे. बीबीसी ने बताया कि हंगरी के विरोध के बाद यूरोपीय संघ के व्यापक प्रतिबंध से समुद्र मार्ग से आने वाले लगभग दो-तिहाई तेल के आयात पर असर पड़ेगा. पोलैंड और जर्मनी ने पाइपलाइन के आयात को भी खत्म करने का वचन दिया है, जिसका अर्थ है कि कुल 90 प्रतिशत रूसी तेल अवरुद्ध हो जाएगा. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपीय परिषद के प्रमुख चार्ल्स मिशेल ने कहा कि इस सौदे ने रूसी युद्ध मशीन के लिए वित्तपोषण का एक बड़ा स्रोत काट दिया.
HIGHLIGHTS
- यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने खुद किया स्वीकार
- रूस के हमले से हर 500 सैनिक भी हो रहे हैं घायल
- यूरोपीय संघ 90 फीसदी रूसी तेल का आयात रोकेगा