Russia-Ukraine War:रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे महायुद्ध को दो दिन बीत चुके हैं. रूस ने यूक्रेन को घेरकर ताबड़तोड़ हमले किए हैं. इन हमलों में देश के कई अहम हिस्सों को नुकसान पहुंचा है. रूसी सेनाएं कीव में प्रवेश कर चुकी हैं. ऐसा माना जा रहा है कि कीव पर कब्जा जमाने में रूस को थोड़ा वक्त ही और लगेगा. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की का कहना है कि उन्हें इस युद्ध में किसी तरह की मदद नहीं मिल रही है. यूक्रेन की सेना अपने दम पर युद्ध लड़ रही है. रूसी सेनाओं का मुकाबला करने के लिए आम नागरिकों को भी हथियार थमा दिए गए हैं.
इस बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के निंदा प्रस्ताव के खिलाफ रूस ने वीटो का इस्तेमाल किया. यूएनएससी ने यूक्रेन के खिलाफ पुतिन की आक्रामकता की कड़े शब्दों में निंदा की थी और वहां से सैनिकों की तत्काल वापसी की मांग की थी. परिषद के 15 सदस्यों में से ग्यारह ने निंदा प्रस्ताव के पक्ष मतदान किया. इसे संयुक्त राज्य और अल्बानिया द्वारा संयुक्त रूप से लिखा गया था.
निंदा प्रस्ताव पर भारत ने खुद को दूर रखा
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के निंदा प्रस्ताव पर भारत के स्टैंड को लेकर भी काफी कयास लगाए जा रहे थे. मगर भारत ने इससे खुद को दूर रखा. इसके अलावा चीन और यूएई ने भी परहेज किया.