सबसे बड़ा धोका...सबसे बड़ा बदला! खबर बगावती सुर अपनाने वाले वैगनर ग्रुप की है. वही वैगनर ग्रुप जो रूस की सबसे बड़ी ताकतों में से एक रहा है, जिसने रूस के बादशाह पुतिन के खिलाफ विद्रोह छेड़ दिया है, जो मॉस्को को बर्बाद करने का मकसद लिए लगातार आगे बढ़ता जा रहा है, मगर यहां सवाल है कि आखिर ऐसा क्यों? आखिर क्यों वैगनर ग्रुप अपने ही देश के खिलाफ बाग़ी हो गया है? आखिर क्यों यूक्रेन पर जीत हासिल करने का सपना देख रहा वैगनर ग्रुप उनके ही साथ खड़ा हो गया है? आखिर किसने इस वैगनर ग्रुप को भड़काया है? इन तमाम सवालों का एक ही जवाब है... एक शख्स, जिसकी पहचान है वैगनर ग्रुप के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन...
वैगनर ग्रुप की रूसी आर्मी पर ताबड़तोड़ हमले की इस कहानी की शुरुआत होती है कुछ दिन पहले से, जब वैगनर के ट्रेनिंग कैंप पर अचानक एक मिसाइल हमला हुआ. ये हमला इस कदर भीषण था कि इसमें वैगनर ग्रुप के कई लड़ाके मौके पर मारे गए. अभी इस खबर ने अंतराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरी ही थी कि तभी कहानी में एंट्री हुई वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की, जिसके एक बयान ने रूस की जमीन हिला कर रख दी.
रूस में बिगड़ते हालात
चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने इस घटना का जिम्मेदार सीधे-सीधे क्रेमलिन को ठहराया. इशारा साफ था कि अब पुतिन की खैर नहीं. चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने रूस को बर्बाद करने की कसम खा ली, साथ ही एलान किया कि अगर उसके रास्ते में कोई आया तो वो भी नहीं बचेगा. फिलहाल मॉस्को की ओर तेजी से बढ़ रहा वैगनर ग्रुप का दावा है कि उसने रूस के एक हेलीकॉप्टर को भी मार गिराया है. रूस इस खबर से सकते में है, उसने फौरन मॉस्को आने वाले सभी हाई-वे को बंद कर दिया है, साथ ही साथ लोगों को अपने घरों से बाहर न निकलने का फरमान जारी कर दिया है. हालांकि रूस के बादशाह पुतिन के सामने इतनी हिमाकत करने वाला चीफ येवगेनी प्रिगोझिन पहले भी रूसी सेना के नाम कई आलोचना कर चुका है, मगर इस बार उसने सीधा-सीधा पुतिन का नाम लेकर रूस को बर्बाद करने की धमकी दी है... तो यहां सवाल उठता है कि आखिर इस कदर बेखौफ इतनी जुर्रत करने वाला ये शख्स है कौन? आइये जानते हैं...
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आखिर कौन है येवगेनी प्रिगोझिन
अगर मोटे-मोटे तौर पर समझें तो येवगेनी प्रिगोझिन, रूस के बुलाए भाड़े के सैनिकों का प्रमुख है यानि वैगनर ग्रुप का चीफ है. कहा जाता है कि राष्ट्रपति पुतिन और येवगेनी प्रिगोझिन बेहद करीबी हैं. साल 2014 में येवगेनी प्रिगोझिन ने ही वैगनर ग्रुप की स्थापना की थी, न सिर्फ इतना, बल्कि एक ट्रोल फ़र्म इंटरनेट रिसर्च एजेंसी (आईआरए) के पीछे भी प्रिगोझिन का ही हाथ माना जाता है, जिसपर साल 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप करने का आरोप भी लगा था.
वैगनर ग्रुप का नाम लंबे अरसे से पुतिन के साथ जुड़ा है, मगर इसके अलावा येवगेनी प्रिगोझिन के वैगनर ग्रुप को उसकी क्रूरता के लिए भी पहचाना जाता है. मिली जानकारी के मुताबिक रूस और यूक्रेन की लड़ाई में, वैगनर ग्रुप के लड़ाकों ने यूक्रेन में क्रूरतापूर्वक काफी आंतक मचाया था. लिहाजा उनकी ताकत की तस्दीकी इसी बात से की जा सकती है कि अब उनका ये बाग़ी रुख रूस में तख्तापलट की खबरों को हवा दे रहा है.
Source : News Nation Bureau