रूस और यूक्रेन के बीच मचे हुए महासंग्राम ( Russia-Ukraine War) को 77 दिन बीत गए हैं, लेकिन अभी हार और जीत का अंदाजा भी लगाना नामुमकिन है. इस वॉर में कभी रूस अपने पराक्रम से सभी को हैरान करता है तो कभी यूक्रेन अपनी शक्ति का जोरदार प्रर्दशन कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लेता है. यूक्रेन के ताबड़तोड़ हमले की पीछे की वजह एक तो नाटो और अमेरिका की मदद करना भी है. अमेरिका और अन्य देशों ने जहां यूक्रेन के शस्त्र भंडार को मजबूत करने में कोई कसर नही छोड़ी है. दूसरी ओर नाटो देश भी यूक्रेन की रीढ़ की हड्डी को मजबूत बना रहा है.
अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस ने यह भी दावा किया है कि रूस युद्ध को और लंबा खींचना चाहता है. यूक्रेन के बाद व्लादीमिर पुतिन आगे भी हमला करने का मंसूबा भी पाले हुए हैं. इस दो महीने से लंब युद्ध में यूक्रेन को अच्छा खासा भारी नुकसान झेलना पड़ा है. रूस के तरफ से ताबड़तोड़ बमबारी से यूक्रेन का अन्य देशो से कम्यूनिकेशन भी टूट चूका है. ऐसे में अभी हाल फिलहाल में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने अपनी टी-शर्ट और जैकेट लंदन के एक चैरिटी ऑक्शन में नीलाम किए थे जिसकी बोली 84 लाख 60 हजार लगाई गई थी.
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निर्णायक तारीख के दावे पर नहीं मिली रूस को जीत
जेलेंस्की ने इस बात का भी खुलासा किया कि रूस की भारी बमबारी के कारण अस्पतालों सहित 400 स्वास्थ्य केंद्रों को नष्ट कर दिया है. रूस ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए यूक्रेन की राजधानी कीव और खारकीव को पूरी तरह उजाड़ दिया है जहां यूक्रेन ने एक मलबे के नीचे दबे 44 नागरिकों के शव मिलने का दावा किया है. रूस ने मई की शुरुआत में ही यह ऐलान किया था कि 9 तारीख को निर्णायक दिन होगा, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला है.
HIGHLIGHTS
- रूस और यूक्रेन युद्ध के 77 दिन बिना नतीजे के बीत गए
- अमेरिका का दावा है कि रूस युद्ध को लंबा खींचना चाहता है
- रूस ने ऐलान किया था कि 9 मई को निर्णायक दिन होगा