दुनियाभर के देशों की आलोचना और प्रतिबंधों के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन रूस-यूक्रेन युद्ध के पांचवें दिन वार्ता के लिए तैयार लिए तैयार तो हुए, लेकिन उनके तेवर अब भी नरम नहीं पड़े हैं. रूस-यूक्रेन के बीच मंगलवार को जिस वक्त वार्ता हो रही थी, रूसी सेना उस वक्त यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रही थी. यूक्रेन ने इसे दबाव बनाने की रणनीति करार दिया. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि मेरा मानना है कि इस हथकंडे से रूस यूक्रेन पर दबाव नहीं बना पाएगा.
हालांकि, कल दोनों देशों के बीच हुई वार्ता में फिलहाल कोई नतीजा नहीं निकला. इसके साथ ही मंगलवार को फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने रूसी राष्ट्रपति से डेढ़ घंटे तक बात की. लेकिन, इस दौरान भी कोई बात नहीं बनी. पुतिन ने सीजफायर के लिए तीन शर्तें रख दी. पुतिन ने पहली शर्त ये रखी कि क्रिमिया पर उनके कब्जे को मान्यता दी जाए. दूसरा जेलेंस्की को राष्ट्रपति के पद से हटाया जाए और यूक्रेन को नाटो सदस्य नहीं बनाया जाए.
जेलेंस्की ने बताया दबाव बनाने की रणनीति
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने सोमवार देर रात एक वीडियो संबोधन में कहा कि जिस वक्त वार्ता हो रही थी, हमारे क्षेत्र और हमारे शहरों में बमबारी हो रही थी. बातचीत के दौरान इसे और तेज कर दिया. उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर दबाव बनाने की कोशिश की गई. इसके साथ ही उन्होंने दोहराया कि मेरा मानना है कि इस हथकंडे से रूस यूक्रेन पर दबाव नहीं बना पाएगा. उन्होंने कहा कि जब एक पक्ष रॉकेट और तोप से हमला कर रहा हो, ऐसे समय में यूक्रेन रियायत देने के लिए कैसे तैयार हो सकता है. जेलेंस्की ने बताया कि कीव के साथ ही खारकीव रूसियों के लिए महत्वपूर्ण टारगेट बने हुए हैं. रूसी सेना ने रॉकेट तोपखाने के साथ खारकीव शहर पर भी गोलीबारी की. हालांकि, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने घंटों चली बातचीत के बारे में खुद कोई जानकारी नहीं दी.
यूक्रेन ने अंतरराष्ट्रीय सेना बनाने का किया ऐलान
रूसी हमले का मुकाबला करने लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अंतर्राष्ट्रीय रक्षा सेना बनाने का ऐलान कर दिया है. उन्होंने अपने एक बयान में कहा है कि यूक्रेन के अंतर्राष्ट्रीय रक्षा सेना में शामिल होने और रूसी सैनिकों के हमले के खिलाफ यूक्रेन की ओर से लड़ने के इच्छुक किसी भी विदेशी के लिए प्रवेश वीजा की जरूरत को अस्थायी रूप से हटाने के एक आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं. गौरतलब है कि राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का ये आदेश मंगलवार से प्रभावी होगा और जब तक यूक्रेन में मार्शल लॉ लागू रहेगा, तब तक यह प्रभावी रहेगा.
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कनाडा ने यूक्रेन को हथियार देने का किया ऐलान
रूस के हमले झेल रहे यूक्रेन के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद का सिलसिला शुरू हो गया है. कनाडा सरकार ने यूक्रेन को टैंक रोधी हथियार प्रणालियों, उन्नत गोला-बारूद के साथ मदद करने का ऐलान किया है. इसके साथ ही कनाडा ने रूस से कच्चे तेल के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है. कैनेडियन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ऐलान किया है कि हथियारों भरा शिपमेंट जल्द ही यूक्रेन भेजे जाएंगे. कनाडा सरकार ने यूक्रेनी सेना के लिए बॉडी आर्मर, हेलमेट, गैस मास्क और नाइट-विज़न गॉगल्स सहित सैन्य आपूर्ति के नए शिपमेंट भेजने का ऐलान किया है. इसके साथ ही कैनेडियन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने युद्ध को समाप्त करने का आह्वान करते हुए कहा है कि इसकी लागत केवल महंगाई को बढ़ाएगी. इसके लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.
HIGHLIGHTS
- वार्ता के बाद भी नहीं रुके हमले
- कीव और खारकीव पर बरसाई आग
- यूक्रेन ने झुकने से किया इनकार