यूक्रेन पर रूसी हमले का 27वां दिन है. यूक्रेन के ज्यादातर पूर्वी-दक्षिणी शहर खाक हो गए हैं. हर तरफ तबाही और बर्बादी के निशान ही दिख रहे हैं और जहां थोड़ी सी हलचल भी है तो वहां रूस लगातार बमबारी कर रहा है, हवाई हमले कर रहा है या फिर उसके मिसाइल कहर बरपा रहे हैं. वो सुपरसोनिक मिसाइल से लेकर हर तरह के हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है, सिवाय परमाणु-जैविक हथियारों के. इस दौरान युद्ध के 26वें दिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelenskiy) ने कहा है कि रूस-यूक्रेन के अधिकारियों-प्रतिनिधिमंडल की बातचीत से कुछ नहीं होने वाला. उन्होंने कहा कि वो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) से आमने-सामने बात करना चाहते हैं.
नाटो से दूर रहने की गारंटी दे रहा यूक्रेन
जेलेंस्की ने कहा कि रूस के साथ कोई भी बातचीत आखिरी नतीजे तक तभी पहुंचेगी, जब उसमें पुतिन भी शामिल हों. वर्ना उनके दिमाग में क्या चल रहा है और वो क्या करने वाले हैं, इसे कोई नहीं जानता. जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन कभी भी नाटो में शामिल नहीं होगा, लेकिन इसके लिए रूस उसकी सुरक्षा की गारंटी दे. यही नहीं, अभी तक वो जिन भी बातों पर अड़े थे, उन सब बातों को वो पीछे छोड़ने को तैयार हैं. इसके बदले में वो रूस से तुरंत सीजफायर चाहते हैं. इसके अलावा रूसी सुरक्षा बलों को यूक्रेनी जमीन (Ukrainian Territory) छोड़नी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि यूक्रेन के जवान कभी हथियार नहीं डालेंगे, और वो रूसी हमलों का मुंहतोड़ जवाब देते रहेंगे. ऐसे में रूस को अगर बातचीत गंभीरता से करनी है तो खुद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को बातचीत की मेज पर आना होना.
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रूस के साथ किसी भी समझौते पर आखिरी मुहर लगाएगी जनता
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelenskiy) ने ये भी कहा कि वो रूस की हर मांग मानने को तैयार हैं, लेकिन ये यूक्रेन की जनता पर भी निर्भर करता है. जेलेंस्की ने कहा कि रूस के साथ हर तरह के समझौतों पर यूक्रेन की जनता की राय मायने रखती है. इसके लिए बाकायदा रेफरेंडम कराया जाएगा, तभी उन शर्तों पर मुहर लगेगी. यूक्रेन की ब्रॉडकास्टिंग कंपनी सस्पिलने (Ukrainian public broadcasting company Suspilne) से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर सभी शर्तें एक तरफा हुई, तो यूक्रेन की जनता रूसी शर्तों को नकारने का पूरा हक रखती है.
बातचीत के दौरान नहीं रुकेगी जंग, हमले जारी रखेगा रूस
मॉस्को और कीव के बीच शांति वार्ता के दौरान रूस यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई पर रोक नहीं लगाएगा. राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने यह बात सोमवार को कही. अधिकारी ने कहा, आप देखते हैं, ऑपरेशन में एक विराम होता है, किसी भी विराम का उपयोग राष्ट्रवादी इकाइयों द्वारा फिर से संगठित करने के लिए किया जाता है. हमने गौर किया कि विराम का उपयोग रूसी सेना के खिलाफ हमले जारी रखने के लिए किया जाता है. उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन में रूसी सैनिकों ने पहले कई मौकों पर इसका अनुभव किया है. मास्को ने खुलासा किया है कि रूसी सैनिक राष्ट्रवादियों को फिर से संगठित होने का समय नहीं देंगे. आरटी के मुताबिक, यूक्रेन पर लगभग एक महीने से चल रहे हमले के दौरान रूस ने कई मौकों पर युद्धविराम की घोषणा की, जिसमें कहा गया कि अग्रिम पंक्ति की लड़ाई में एक विराम नागरिकों को प्रभावित क्षेत्रों को खाली करने और यूक्रेनी शहरों में मानवीय सहायता सामग्री लाने की अनुमति देगा.
HIGHLIGHTS
- यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का बयान
- बातचीत में सीधे शामिल हों रूस
- जनता की राय अहम, एकतरफा समझौते नहीं होंगे