रूस और यूक्रेन के बीच 12 दिनों से जंग जारी है. रूसी सेना ने यूक्रेन में तबाही मचा कर रख दी है. यूक्रेन के आसमान में सिर्फ रूस के लड़ाकू विमान ही दिखाई दे रहे हैं. ये लड़ाकू विमान उनके शहरों और सैन्य ठिकानों पर लगातार बमबारी कर रहे हैं. रूस के हमले से पस्त राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) अमेरिका और NATO से लगातार यूक्रेन पर नो फ्लाई जोन घोषित करने की मांग कर रहे हैं. नाटो (NATO) ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की इस मांग को खारिज कर दिया है.
ये होता है No Fly Zone
उस इलाके को नो फ्लाई जोन कहा जाता है जिसके ऊपर से विमानों को उड़ान भरने पर रोक होती है. ऐसा अक्सर सुरक्षा कारणों की वजह से किया जाता है. किसी भी तरह के विमान नो फ्लाई जोन वाले इलाके में नहीं उड़ सकते हैं. अगर नो फ्लाई जोन वाले इलाके से कोई विमान उड़ता है तो उसे मार दिया जाता या उतार दिया जाता है. जेलेंस्की ने मांग की है कि US, ब्रिटेन और NATO देश यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित कर दें. ऐसा हुआ तो यूक्रेन के ऊपर से रूस के लड़ाकू विमान नहीं उड़ सकते और अगर उड़ेंगे तो उन्हें मार दिया जाएगा.
जानें नो फ्लाई जोन और एयरस्पेस बंद होने में क्या है अंतर
एयरस्पेस बंद होना और नो फ्लाई जोन घोषित करने में बहुत अंतर होता है. एयरस्पेस बंद होने से सिर्फ कमर्शियल फ्लाइट उड़ानें नहीं भर सकती हैं, लेकिन नो फ्लाई जोन में कोई भी विमान नहीं उड़ सकता है.
जेलेंस्की नो फ्लाई जोन की क्यों कर रहे मांग?
अगर राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की अपील पर US, ब्रिटेन या NATO देश यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित कर देते तो यूक्रेन में उन्हें अपने विमान भेजने पड़ेंगे.
US-NATO ने यूक्रेन की मांग क्यों ठुकराई?
- जेलेंस्की की मांग ठुकराते हुए NATO महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग का कहना था कि हम अगर ऐसा करते हैं तो पूरे यूरोप में युद्ध होने का खतरा बढ़ सकता है.
- अगर यूक्रेन में नो फ्लाई जोन घोषित किया जाता है तो हमें वहां रूसी विमानों को मार गिराने को अपने विमान भेजने पड़ेंगे, जिससे पूरे यूरोप पर युद्ध का खतरा बढ़ जाएगा. अमेरिका ने कहा था कि हम कोई टकराव नहीं चाहते.
- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी है कि कोई तीसरा देश अगर यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित करता है तो इसे रूस के खिलाफ सैन्य टकराव माना जाएगा.
Source : News Nation Bureau