यूक्रेन संकट के बीच चहुंतरफा पड़ने दबाव से आजिज आकर रूस ने बड़ा बयान दिया है. रूस ने साफ कहा है कि फिलहाल उसकी यूक्रेन पर हमले की कोई योजना नहीं है, लेकिन ये हो सकता है कि वो अपने ऊपर बढ़ रहे दबाव की वजह से ऐसा कदम उठा ले. रूस के विदेश मंत्रालय ने साफ कहा है कि अगर अमेरिका के साथ बातचीत सही दिशा में नहीं जाती, और उसे सुरक्षा की गारंटी नहीं मिलती तो वो ऐसा कोई भी कदम उठाने को मजबूर हो जाएगा.
यूक्रेन पर हमले का इरादा नहीं
इस बीच, रूस के विदेश मंत्रालय ने दोहराया है कि उसका यूक्रेन पर हमले का कोई इरादा नहीं है. हालांकि यूके के पीएम बोरिस जॉनसन ने ये कहकर पूरी दुनिया के राजनयिकों में हलचल मचा दी कि रूस यूक्रेन को फाल्स फ्लैग ऑपरेशन में घसीट सकता है, ताकि अगर वो यूक्रेन पर हमला भी करे तो उसे कोई दोषी न ठहराए. इसका मतलब है कि अगर यूक्रेन की तरफ से लड़ाई या हमले जैसी छद्म स्थिति बनाकर भी रूस अपनी तरफ से हमला शुरू कर सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपित को डर, कुछ दिनों में हमला कर देगा रूस
इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि रूस अगले कुछ दिनों में यूक्रेन पर हमला कर सकता है. बाइडेन ने साफ कहा कि वो फिलहाल रूस से कोई बातचीत नहीं करने जा रहे हैं. इस मामले में जो राजनयिक प्रयास जारी हैं, उनपर हम निर्भर करेंगे. हालांकि उन्होंने इस बात पर खासा जोर दिया कि रूस यूक्रेन पर कभी भी हमला कर सकता है.
रूस ने अमेरिकी राजनयिक को देश से निकाला
इन सब खबरों के बीच रूस ने एक बड़ा कदम उठा लिया है. रूस ने मॉस्को के यूएस मिशन के डिप्टी चीफ को देश से निकाल दिया है. माना जा रहा है कि रूस अमेरिका पर दबाव बनाने के इरादे से ऐसा कर रहा है.
धमाकों की आवाज कैसी थी?
इस बीच रूस-यूक्रेन की सीमा पर बसे कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने टैंकों और गोलों के दागे जाने की आवाजें सुनी है. उन्होंने दावा किया कि रूस ने हमला शुरू कर दिया है. इस बीच यूक्रेन के सीमाई इलाकों में डटे विद्रोहियों ने दावा किया है कि उनपर यूक्रेनी सेना ने हमला किया, जो पहले हुए संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन है. ऐसे में बोरिस जॉनसन के फाल्स फ्लैग ऑपरेशन के आरोपों में भी दम नजर आता है.
Source : News Nation Bureau