शुक्रवार को रूस ने उन सभी रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया जिनमें कहा जा रहा था कि पहला रूस-पाकिस्तान संयुक्त सैन्य अभ्यास पीओके के गिलगित-बाल्टिस्तान में होगा। रूस ने नई दिल्ली की चिंताओं को समझते हुए पाकिस्तान के साथ पाक अधिकृत कश्मीर में संयुक्त युद्धाभ्यास न करने का भरोसा दिया है। ऐसी खबरों पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जतायी थी।
दिल्ली में रूसी दूतावास ने एक बयान जारी करके कहा, 'संयुक्त सैन्य अभ्यास सिर्फ चेरात में किया जायेगा । रत्तू स्थित हाई एल्टीट्यूड मिलिट्री स्कूल में सैन्य अभ्यास की खबरें सरासर गलत हैं।'
बता दें कि रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी तास ने ही पहले यह जानकारी दी थी कि संयुक्त सैन्य अभ्यास पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में गिलगित-बाल्टिस्तान के रत्तू में आर्मी स्कूल से शुरू होगा। हालांकि बाद में तास की वेबसाइट से इस जानकारी को हटा लिया गया।
इससे पहले रूस की थलसेना की एक टुकड़ी शुक्रवार को पाकिस्तान पहुंची जो शनिवार से शुरू हो रहे पहले संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास में भाग लेगी। सेना प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा ने कहा, 'रूसी जमीनी बलों की एक टुकड़ी पहले पाक-रूस संयुक्त युद्धाभ्यास के लिए पहुंची है।' रूसी सैनिक 24 सितंबर से 10 अक्टूबर तक दो हफ्तों के लिए इस देश में रहेंगे। दोनों देशों के करीब 20 सैनिक दो हफ्तों के 'फ्रेंडशिप 2016' नाम के सैन्य युद्धाभ्यास में भाग लेंगे।