51 दिन बीत जाने के बाद रूस यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine war) रुकने के बजाय और विकराल रूप धारण करता जा रहा है. काला सागर में तैनात रूसी समुद्री बेड़े के एक प्रमुख युद्ध पोत ‘मोस्कवा’(Moskva) के यूक्रेन हमले में डूबने के साथ ही रूस की सरकारी टीवी चैनल ने तीसरे विश्व युद्ध की घोषणा कर दी है. रूसी सरकारी टीवी की एंकर ओल्गा स्केबेयेवा ने इस बारे में कहा कि जिस तरह से युद्धपोत को डुबोकर युद्ध को आगे बढ़ाया गया है, उसे आप तीसरे विश्व युद्ध (Third World War) का संकेत समझ सकते हैं. इसके साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि तीसरा विश्व युद्ध (Third World War) पूरी तरह से तय है. उन्होंने इसके आगे कहा कि हम अब नाटो के बुनियादी ढांचे के खिलाफ लड़ रहे हैं. वहीं, इस टीवी शो में आए एक मेहमान ने मोस्कोवा के डूबने को रूस पर हमला बताया. वहीं, यूक्रेन इसे अपनी बड़ी कामयाबी के तौर पर देख रहा है. यूक्रेन का दावा है कि उसने युद्धपोत पर मौजूद कमांडर का भी सफाया कर दिया गया है.
रूस ने यूक्रेन की मिसाइल फैक्ट्री उड़ाई
रूसी जंगी जहाज मॉस्कोवा को काला सागर में डुबोकर यूक्रेनी सेना ने भले ही रूस को बड़ा झटका दिया है, लेकिन इसके साथ ही यूक्रेन ने एक नई आफत मोल ले ली है. युद्धपोत पर हमले के बाद से रूसी सेना बौखला गई है. वो बदला लेने के लिए यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रही है. इसी क्रम में उसने शुक्रवार को यूक्रेन के नेप्च्यून मिसाइल बनाने वाले संयंत्र को भी उड़ा दिया. गौरतलब है कि युद्धपोत के डूबने के बाद रूसी रक्षा मंत्रालय ने चेतावनी देते हुए कहा था कि वह आने वाले दिनों में यूक्रेन की राजधानी कीव पर मिसाइल हमलों में तेजी लाएगी.
पुतिन ने यूक्रेन के मददगारों को दी चेतावनी
इसी बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने नाटो (NATO) देशों को खुली धमकी दी है. उन्होंने नाटो देशों को धमकी देते हुए कहा कि अगर तुम लोगों ने यूक्रेन की मदद की, तो हम तुम्हें तबाह कर देंगे. तुम्हारे वाहनों और हथियारों को नष्ट कर देंगे.
रूस ने मॉस्कोवा के डूबने की यह बताई वजह
वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि युद्धपोत एक बंदरगाह पर ले जाते समय आए तूफान में डूब गया. मंत्रालय के मुताबिक, युद्धपोत पर आमतौर पर 500 नाविक तैनात होते हैं और इसके डूबने से पहले ही चालक दल के सभी सदस्यों को सुरक्षित उतार लिया गया था, जिसके बाद उस पर लगी आग पर भी काबू पा लिया गया था. दरअसल, रूस मॉस्कोवा के डूबने को अपनी प्रतिष्ठा से भी जोड़कर देख रहा है, क्योंकि युद्ध शुरू होने के बाद से उसे अभी तक इतना बड़ा नुकसान नहीं उठाना पड़ता है. माना जा रहा है कि मॉस्कोवा के डूबने से रूस बौखला गया है और इसे नाटो सेना की साजिश करार दे रहा है. आने वाले समय में रूस पर कोई भी बड़ा हमला वर्ल्ड वॉर-3 की शुरुआत का कारण बन सकता है.
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यूक्रेन ने मिसाइल हमले में मॉस्कोवा को मार गिराने का किया दावा
वहीं, यूक्रेन के सैन्य अफसरों का दावा है कि उनके सुरक्षाकर्मियों ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण रूसी युद्धपोत मॉस्कोवा को मिसाइल हमला कर मार डुबो दिया. रूस की राजधानी के नाम से प्रेरित युद्धपोत मोस्कवा बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने के बाद डूब गया था. हालांकि अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के अधिकारियों ने मोस्कवा में आग लगने के कारणों की पुष्टि नहीं की है. जानकारों का मानना है कि युद्धपोत के डूबने से काला सागर में रूस की सैन्य क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
ये है Moskva की खासियत
मॉस्कोवा (Moskva) की लंबाई 600 फुट थी, जिसे 1979 में रूसी सेना में शामिल किया गया था. 12500 टन वजनी इस युद्धपोत पर एक बार में 500 सैनिक तैनात हो सकते थे. ये युद्धपोत S-300 मिसाइल सिस्टम से भी लैस था. यह युद्धपोत लंबी दूरी की 16 मिसाइल ले जाने की क्षमता रखता था. काला सागर में इस की मौजूदगी रूस की स्थिति मजबूत बनाती थी.
HIGHLIGHTS
- यूक्रेन ने रूसी युद्धपोत मॉस्कोवा को डुबोया
- मॉस्कोवा का डूबना रूस के लिए बड़ा झटका
- मॉस्कोवा पर हमले से भड़की की युद्ध की आग