रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने क्रेमलिन समारोह में चार यूक्रेनी क्षेत्रों पर कब्जा करने का ऐलान कर दिया. पुतिन ने कब्जे वाले यूक्रेन क्षेत्रों के औपचारिक कब्जे से पहले कहा कि पश्चिमी देश रूस को कमजोर करने और सोवियत संघ के पतन के बाद से इसे अपने घुटनों पर लाने की कोशिश कर रहा है. पुतिन ने कहा, पश्चिमी देश हम पर आक्रमण करने के लिए नए अवसर देख रहा है और उन्होंने हमेशा हमारे राज्य को छोटे राज्यों में तोड़ने का सपना देखा है जो एक दूसरे के खिलाफ लड़ेंगे. पुतिन ने कहा पश्चिमी देशों पर लालची होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह चाहता है कि रूस उसके "उपनिवेश" में रहे.
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पुतिन ने पश्चिमी देशों पर हमला करते हुए कहा कि वे हमें आजाद समाज नहीं देखना चाहते. वे हमें गुलामों की भीड़ के रूप में देखना चाहते हैं. पुतिन ने क्रेमलिन हॉल के अंदर जोरदार तालियों के बीच यूक्रेन के चार प्रांतों को बांटने का ऐलान किया. पुतिन ने कहा कि रूस एक महान सभ्यता वाला एक महान देश है जो पश्चिम द्वारा तय किए गए "झूठे नियमों" के तहत रहने से इनकार करता है. उन्होंने पश्चिम देशों पर यह विश्वास करने का आरोप लगाया कि "उनकी सभ्यता और उनकी नव-उदार संस्कृति बाकी सभी के लिए स्वर्णिम मानक है", जबकि "एकतरफा निर्णय लेना कि किसे आत्मनिर्णय का अधिकार है और किसे नहीं". पुतिन ने कहा, पश्चिमी अभिजात वर्ग हमेशा से ऐसा ही रहा है. वे उपनिवेशवादी रहे हैं और वे उपनिवेशवादी बने हुए हैं. वे भेदभाव करते हैं और वे राष्ट्रों के प्रथम वर्ग और द्वितीय श्रेणी के राष्ट्रों के बीच अंतर करते हैं. यही कारण है कि "रूसोफोबिया" है जिसे पूरे पश्चिम में फैलाया जा रहा है.