रूस में भाड़े के वेगनर लड़ाकों की बगावत के चलते गृह युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए, लेकिन समय रहते हालातों पर काबू पा लिया गया. लेकिन पुतिन के शासन काल में ऐसी बगावत पहली बार देखने को मिली. जब खास और वेगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ मोर्चा खोला. जिससे सवाल उठने लगे कि व्लादिमीर पुतिन का नेतृत्व अब कमजोर होने लगता है. रूस में तख्तापलट टलने के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने पहली बार राष्ट्र को संबोधित किया. जिसमें उन्होंने यूक्रेन और पश्चिमी देशों को आड़े हाथों लिया. सोमवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने देश में रक्तपात को रोकने के लिए निजी सेना के कमांडरों और सैनिकों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया. साथ ही रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु का भी आभार जताया. जो विद्रोहियों का मुख्य लक्ष्य थे.
रूसियों को एक दूसरे के खिलाफ देखना चाहते थे दुश्मन- पुतिन
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, टेलीविजन पर प्रसारित संबोधन में पुतिन ने कहा कि, पश्चिम और यूक्रेन रूसियों को एक-दूसरे के खिलाफ देखना चाहते थे. उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल वैसा ही था जैसा रूस के दुश्मन और कीव चाहते थे. पुतिन ने आरोप लगाते हुए कहा कि, वे चाहते थे कि रूसी सैनिक एक-दूसरे को मार डालें. क्रेमलिन ने कहा है कि रूस और संयुक्त अरब अमीरात के नेताओं ने उनसे फोन पर बातचीत की. रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल-नाहयान 24 जून को वैगनर समूह के विद्रोह के संबंध में रूस की स्थिति की जानकारी लेते रहे. उन्होंने कहा कि, "पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद, अमीराती नेता ने रूसी नेतृत्व के कार्यों के लिए पूर्ण समर्थन की घोषणा की.
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रूसी सेना में शामिल हों वेगनर या बेलारूस जाएं- राष्ट्रपति पुतिन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राज्य टीवी पर एक वीडियो संदेश में राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि, उन्होंने विद्रोह के दौरान बड़े पैमाने पर खून-खराबे से बचने का आदेश दिया. जबकि पश्चिमी देश और कीव चाहते थे कि रूसी 'एक दूसरे को मार डालें. इसके साथ ही उन्होंने वेगनर लड़ाकों को अल्टीमेटम दिया. उन्होंने कहा कि वेगनर लड़ाके चाहें तो रूसी सेना में शामिल हो सकते हैं या बेलारूस जा सकते हैं या अपने घर भी लौट सकते हैं. उन्होंने कहा, हमने विद्रोह को 24 घंटे से भी कम समय में समाप्त कर दिया. इसके लिए उन्होंने राष्ट्र को एकता के लिए धन्यवाद दिया. इसके साथ ही बगावत के खून-खराबे में ना बदलने देने के लिए पुतिन ने वेगनर ग्रुप की आर्मी को भी धन्यवाद दिया. अपने संबोधन में पुतिन ने विद्रोहियों को चुनौती भी दी और कहा कि देश और लोगों को विद्रोह से बचाने के लिए सभी जरूरी उपाय किए गए हैं. उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम के लिए 'रूस के दुश्मनों' को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उन्होंने 'गलत अंदाजा लगाया.'
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HIGHLIGHTS
- बगावत थमने के बाद पुतिन ने राष्ट्र को किया संबोधित
- बगावत के लिए पश्चिम और यूक्रेन को ठहराया जिम्मेदार
- वेगनर लड़ाकों को दिया ये अल्टीमेटम
Source : News Nation Bureau