यूक्रेन के खिलाफ रूस के हमले (Russia Ukraine War) के बाद रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian president Valadimir Putin) ने मंगलवार को बड़ा पलटवार किया. पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन (Americal President Joe Biden), हिलेरी क्लिंटन समेत कई अमेरिकी नेताओं और अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. हालांकि, अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि ये किस तरह की पाबंदियां रहने वाली हैं. गौरतलब है कि यूक्रेन पर 20वें दिन भी रूसी हमले जारी है. यूक्रेन पर रूसी हमले रोकने के इरादे से आर्थिक रूप से रूस की कमर तोड़ने के लिए अमेरिका से लेकर ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के देशों ने रूस के खिलाफ कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगा रखे हैं. पश्चिमी देशों की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ अब रूस ने भी पलटवार कर दिया है.
आइसोलेट हो चुका है रूस
यूक्रेन पर रूसी हमले की वजह से पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ कई तरह की पाबंदियां रखी है. रूसी एयरलाइंस कंपनियों के लिए इन देशों ने एयरस्पेस बंद कर रखा है. इसके साथ ही रूस तेल के आयात को भी रोकने या फिर सीमित करने की बातें कही जा चुकी है. पश्चिमी देशों की इस कार्रवाई की वजह से रूसी अर्थव्यवस्था को गहरी चोट पहुंची है. प्रतिबंध लगाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी कह चुके हैं कि पुतिन की आक्रामक रवैये की वजह से वजह से रूस की अर्थव्यवस्था बुरी तरह धक्का लगा है.
प्रतिबंधों के बदले रूस ने भी लगाया प्रतिबंध
रूस के खिलाफ लगाए गए इन प्रतिबंधों से बौखलाए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है. रूस ने सीधे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है. हालांकि, रूस के इस कदम के बाद अमेरिका ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. गौरतलब है कि अमेरिका की ओर से रूस को लगातार गंभीर परिणाम भुगतने की बात कही जा रही है, लेकिन रूस न पहले झुका था और न ही अब झुकने के मूड में दिख रहा है. पुतिन की कार्रवाई को देखकर ऐसा लगता है कि रूस इस समय जवाबी कार्रवाई में ज्यादा विश्वास करता दिख रहा है. इस बीच रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों के कई बार बातचीत की टेबल पर आने के बाद भी कोई बात बनती नहीं दिख रही है.
घुटने पर आया जेलेंस्की
इधर, 20वें दिन पर रूसी हमले जारी रहने से यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की को हौसला अब टूटता नजर आ रहा है. युद्ध को खत्म करने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की ने नाटो में शामिल नहीं होने का ऐलान कर दिया है. हालांकि, उनकी सेना अब भी रूसी सेना का डटकर मुकाबला कर रही है. इसी वजह से युद्ध के 20वें दिन भी जारी रहने के बावजूद रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर अपना कब्जा नहीं जमा पाई है. गौरतलब है कि युद्ध से पहले रूस की यही मांग थी कि उसे इस बात का आश्वासन दिया जाए कि यूक्रेन नाटो में शामिल नहीं होगा, लेकिन तब न तो यूक्रेन ने रूस को ये आश्वासन दिया और न ही अमेरिका ने, लिहाजा अपनी सुरक्षा से चिंतित रूस ने यूक्रेन को सबक सिखाने के लिए हमला कर दिया. इसके हमले के बाद रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों ने रूस की कमर तोड़ दी है.
HIGHLIGHTS
- राष्ट्रपति बाइडन पर पुतिन का पलटवार
- अमेरिकी नेताओं पर लगाया प्रतिबंध
- यूक्रेन पर 20वें दिन भी रूसी हमले है जारी