रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मिसाइलों के उत्पादन को शुरू करने का आदेश दिया है. यह मिसाइलें मध्यम दूरी की हैं. बता दें, इन मिसाइलों के उत्पादन पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाया था. रूस और अमेरिका के बीच इसके लिए बकायदा समझौता भी हुआ था, जो खत्म होने वाला है. राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान पुतिन ने कहा कि हमें मध्यम दूरी की मिसाइलों का उत्पादन शुरू करना चाहिए. इनका इस्तेमाल देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया जा सकता है. 2019 से रूस ने इस मिसाइल का उत्पादन नहीं किया. उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि अमेरिका में इन मिसाइलों का उत्पादन हो रहा है और तो और परीक्षण के लिए इन्हें यूरोप लाया गया है. अमेरिका ने हाल ही में घोषणा की वह फिलीपींस को यह मिसाइलें सौंपेगा.
अमेरिका-रूस के बीच 1988 में हुई थी आईएनएफ संधि
अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने सोवियत नेता मिखाइल गोर्बाचेव के साथ मिलकर साल 1988 में इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेस (आईएनएफ) संधि पर हस्ताक्षर किए थे. समझौते में प्रस्ताव था कि सभी मध्यम दूरी की मिसाइलों और कम दूरी वाले रॉकेट लॉन्चरों का उत्पादन खत्म किया जाएगा. साल 2019 में अमेरिका ने रूस पर संधि के उल्लंघन का आरोप लगाया और खुद को इससे बाहर निकाल लिया.
पश्चिमी देशों के साथ राजनयिक रिश्तों को कम करने का विचार
एक दिन पहले, रूस ने कहा था कि यूक्रेन युद्ध में पश्चिमी देश शामिल हो रहे हैं, इसलिए वे पश्चिमी देशों के साथ राजनयिक रिश्तों को कम करने के बारे में सोच रहे हैं. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि युद्ध में अमेरिका और उसके साझेदार की गहरी भागीदारी के कारण यह निर्णय लिया गया है. पेसकोव ने कहा कि अमित्र देशों के साथ राजनयिक संबंधों के स्तर पर संबंध में कमी लाई जाती है, यह मानक अभ्यास है. उनका कहना है कि युक्रेन संघर्ष में पश्चिम की भागीदारी बढ़ रही है. इस तरह के रवैये का जवाब देने के लिए रूस के सामने कई विकल्प हैं और रूस अलग-अलग विकल्पों पर विचार कर सकता है. हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
Source : News Nation Bureau