रूस-यूक्रेन (Ukraine) युद्ध अब 17वें दौर में प्रवेश कर चुका है. रूस (Russia) ने दावा किया है कि कीव पर कब्जा करने से वह बस चंद कदम दूर है. हालांकि यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने रूसी सैन्य काफिले को खासा नुकसान पहुंचाया है. साथ ही यह भी दावा किया है कि यूक्रेनी सेना ने कई रूसी सैनिकों को बंदी बनाने में सफलता हासिल कर ली है. इस बीच यूक्रेन में बंदी बनाए गए रूसी सैनिकों ने दावा किया है कि अगर वे स्वदेश लौटे तो उन्हें फायरिंग दस्ते के हवाले कर दिया जाएगा.
रूस में कर ली गई है यूक्रेन में लड़ रहे सैनिकों के अंतिम संस्कार की तैयारी
डेली टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार कीव में द्वितीय मोटर राइफल डिवीजन के एक सैनिक ने कहा कि रूस लौटने पर उन्हें मारे जाने का डर है. रूस में उन्हें पहले से ही मृत माना गया है. पकड़े गए सैनिकों में से एक ने कहा, 'मुझे अपने माता-पिता को फोन करने का अवसर दिया गया था और उन्होंने मुझे बताया कि मेरे लिए एक अंतिम संस्कार की व्यवस्था पहले ही की जा चुकी है. अगर अदला- बदली की जाती है, तो हमें अपने ही लोगों द्वारा गोली मार दी जाएगी.'
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नागरिकों को नहीं मारने पर रूसी सैनिकों ने साथियों को मार दी थी गोली
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार पकड़े गए एक अन्य रूसी सैनिक ने बताया कि कैसे यूक्रेन के नागरिकों को बचाने की कोशिश में उनके साथी सैनिकों ने उन्हें गोली मार दी थी. 24 फरवरी को खारकीव में रूसी सैनिकों को नागरिकों पर गोली चलाने का आदेश दिए जाने के बाद उनके साथी, एक लेफ्टिनेंट, 20 के दशक में एक महिला और उसकी मां को बचाने की कोशिश करते समय अपनी ही तरफ से मारे गए थे. पकड़े गए सैनिक ने दावा किया कि उन्हें पैर में गोली लगी थी और लेफ्टिनेंट की मौत हो गई, जब अन्य सैनिकों ने महसूस किया कि यह जोड़ी नागरिकों पर गोली नहीं चला रही थी.
HIGHLIGHTS
- यूक्रेन में बंदी बनाए गए रूसी सैनिकों को लग रहा पुतिन से डर
- घर लौटने पर फायरिंग दस्ते के हवाले कर मार दी जाएगी गोली
- बंदी सैनिकों ने मां-बाप से बात कर बताई रूस की कड़वी सच्चाई