दो भारतीय नागरिकों पर आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े होने के आरोपों में सऊदी अरब ने बैन लगा दिया है. सऊदी अरब ने आरोप लगाया कि मनोज सभरवाल (Manoj Sabharwal) और चिरंजीवी कुमार सिंह (Chiranjeev Kumar Singh) नाम के दोनों लोग यमन में हूती विद्रोहियों को मदद पहुंचा रहे हैं और इनके ईरानी तंत्र से गहरे संबंध हैं. सऊदी अरब की सरकार ने इस बारे में एक लिस्ट जारी की है, जिसमें 25 लोगों के नाम हैं. लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाले दोनों भारतीयों के नाम हैं. दोनों को भारतीय नागरिक बताया गया है. इन नामों के अलावा इसमें 23 नाम और हैं, जिसमें कुछ लोग और कुछ कंपनियां भी हैं.
सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने गुरुवार को एक टेरर लिस्ट जारी की है, जिसकी चर्चा भारत में भी हो रही है. दरअसल, सऊदी अरब की इस टेरर लिस्ट में कुल 25 नाम हैं, जिनमें से दो भारतीय नागरिकता वाले लोग भी हैं. सऊदी अरब ने आरोप लगाया है कि ये सभी लोग हूती विद्रोहियों से जुड़े हुए हैं और इनके संबंध ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड-कुद्स फोर्स से हैं. इसी लिस्ट में चिरंजीवी कुमार सिंह और मनोज सभरवाल का नाम शामिल है. दोनों को भारतीय नागरिक बताया गया है. इन नामों के अलावा इसमें 23 नाम और हैं, जिसमें कुछ लोग और कुछ कंपनियां भी हैं.
मनोज सभरवाल और चिरंजीवी पर क्या हैं आरोप?
मनोज सभरवाल और चिरंजीवी कुमार सिंह दोनों ही लोग मैरिटाइम गतिविधियों से जुड़े हुए हैं. दोनों जल परिवहन क्षेत्र की ऐसी कंपनियों से संबंध रखते हैं, जो हूती विद्रोहियों की मदद कर रही हैं. मनोज उस ग्रुप का हिस्सा था जिसने कई लाख डॉलर हूती विद्रोहियों तक पहुंचाए थे. उस तस्करी नेटवर्क का मुखिया सईद अल जमाल को बताया गया था. सईद अल जमाल को ईरान का हूती आर्थिक समर्थक बताया जाता है. तब न्यूज एजेंसी पीटीआई की खबरों में आया था कि सभरवाल सईद अल जमाल के नेटवर्क में शिपिंग ऑपरेशन देखता था और ईरानी तेल से जुड़े उत्पादों की तस्करी पर राय देता था. सईद अल जमाल ने कई ऐसी मुखौटा कंपनियां खोली हुई थीं जो ईरानी तेल, पेट्रोलियम आदि की तस्करी करता था क्योंकि तब ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध लगे हुए थे. चिरंजीवी कुमार सिंह की कंपनी पर आरोप हैं कि ये हूती विद्रोहियों के कंट्रोल वाले पोर्ट्स पर तेल ट्रांसफर करता था. इसके स्टाफ ने जहाजों/पोतों से जुड़ी अथॉरिटी के लोगों को घूस भी खिलाई थी जिससे वे लोग प्रतिबंधों को अनदेखा कर उस क्षेत्र में जहाजों की आवाजाही को रोकते नहीं थे.
देखें-लिस्ट
Saudi Arabia designates (25) names including entities involved in facilitating financial activities for the sake of the terrorist "Houthi" Group with support of IRGC-QF. pic.twitter.com/VvjXMUbfQL
— The Presidency of State Security (@pss_en) March 31, 2022
क्या हैं आरोप?
सऊदी अरब (Saubi Arebia) के रक्षा विभाग का कहना है कि ये 25 लोग आतंकवादी समूहों को सपोर्ट करता है. इन पर आतंकी ग्रुपों को सामग्री, रसद सहायता, प्रशिक्षण, और वित्तीय सहायता देने का आरोप है. कहा जाता है कि यह मुख्य तौर पर मिडिल ईस्ट और साउथ एशिया के आतंकी ग्रुपों को सपोर्ट करता है. बता दें कि हूतियों को ईरान का समर्थन है. हूती विद्रोही यमन सरकार के खिलाफ गुरिल्ला वॉर छेड़े हुए है. 2014 के बाद इस ग्रुप ने सऊदी अरब, UAE पर भी ड्रोन हमले किए हैं.
HIGHLIGHTS
- सऊदी सरकार ने दो भारतीयों पर लगाए बैन
- आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े होने का आरोप
- हूती विद्रोहियों की मदद और ईरानी संबंध का भी आरोप
Source : News Nation Bureau