सऊदी अरब ने पत्रकार जमाल खाशोगी की हत्या के संबंध में अपने बयान को बदलते हुए गुरुवार को कहा कि खाशोगी की हत्या 'पूर्वनियोजित' थी. सऊदी अधिकारियों ने पिछले हफ्ते कहा था कि क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के आलोचक खाशोगी की इंस्तांबुल के वाणिज्य दूतावास में एजेंट के साथ झड़प में 'दुर्घटनावश' मौत हो गई थी.
सऊदी लोक अभियोजक ने गुरुवार को यह घोषणा सरकारी समाचार एजेंसी के जरिए की. सऊदी प्रेस एजेंसी(एसपीए) के अनुसार, अभियोजक ने कहा कि यह निष्कर्ष तुर्की में सऊदी-तुर्की संयुक्त जांच की नई सूचनाओं पर आधारित है.
सऊदी विदेश मंत्री ने कहा कि अभियोजक नई सूचनाओं के आधार पर जांच जारी रखेंगे.
वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार खाशोगी 2 अक्टूबर को कुछ कागजात के लिए इंस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास गए थे और उसके बाद लापता हो गए थे. घटना के कुछ दिन बाद तुर्की अधिकारियों ने कहा कि उन्हें मारने के इरादे से तुर्की भेजे गए 15 सऊदी एजेंटों ने 'पूर्व नियोजित' साजिश के तहत उनकी हत्या कर दी.
सऊदी की इस घोषणा के तुरंत बाद तुर्की के अधिकारी ने वाशिंगटन पोस्ट से कहा, 'हम शुरुआत से कह रहे थे कि खाशोगी की हत्या पूर्व नियोजित है.'
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खाशोगी का शव अबतक बरामद नहीं किया गया है. इससे पहले सऊदी के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने इस घटना को 'जघन्य अपराध' बताया. उन्होंने कहा कि सऊदी अरब तुर्की के अधिकारियों को सहयोग दे रहा है और 'न्याय की जीत' होगी.
शहजादा मोहम्मद बिन सलमान ने पत्रकार की हत्या के बाद पहली बार अपने बयान में कहा, 'यह अपराध सऊदी में रहने वाले सभी लोगों के लिए दुखद है साथ ही यह विश्व के प्रत्येक मनुष्य के लिए दुखद और जघन्य है.'
Source : News Nation Bureau