सऊदी अरब के संग्रहालय आयोग ने देश में संग्रहालयों के क्षेत्र को उन्नत करने के लिए एक रणनीति की रूपरेखा तैयार की है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने रविवार को एक बयान में आयोग के हवाले से कहा कि राजधानी रियाद में मौजूदा संग्रहालय, जिसमें राष्ट्रीय संग्रहालय और मसमक किला संग्रहालय शामिल हैं, जो राज्य के जन्म का गवाह है, को फिर से तैयार किया जाएगा और फिर से आकार दिया जाएगा।
बयान में कहा गया है कि इसका उद्देश्य अधिक आगंतुकों को आकर्षित करने के लिए संग्रहालयों की संख्या और श्रेणी का विस्तार करना है।
इस योजना में सऊदी अरब के संग्रहालय अपनी सांस्कृतिक पहचान पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
संग्रहालय आयोग के सीईओ स्टेफानो काबोर्नी ने कहा कि रणनीति इस महत्वपूर्ण सांस्कृतिक क्षेत्र में सर्वोत्तम अभ्यास अंतरराष्ट्रीय-मानक उन्नति लाएगी।
उन्होंने कहा कि हमारी रणनीति उन सभी के जीवन को समृद्ध करेगी जो राज्य में रहते हैं और बाहर से आते हैं। हम प्रेरक प्रदर्शन और कार्यक्रमों के माध्यम से इस क्षेत्र का विकास करेंगे,साथ ही संग्रहालय क्षेत्र के विशेषज्ञों की पहली पीढ़ी को प्रशिक्षण देंगे।
पहला नया संग्रहालय अद दिरियाह जिले में सऊदी अरब के समकालीन कला संग्रहालय का एक छोटा संस्करण होगा।
रियाद में ब्लैक गोल्ड संग्रहालय, तेल के इतिहास की कलाकारों की व्याख्या के लिए समर्पित एक स्थायी संग्रहालय, किंग अब्दुल्ला पेट्रोलियम स्टडीज एंड रिसर्च सेंटर के साथ साझेदारी में जल्द ही खुलेगा।
इसके अलावा, टीमलैब बॉर्डरलेस जेद्दा, एक इमर्सिव डिजिटल आर्ट स्पेस, 2022 में खोलने की योजना है।
रॉयल आर्ट कॉम्प्लेक्स म्यूजि़यम, डिजिटल आर्ट म्यूजि़यम और म्यूजि़यम ऑफ प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान इंटरनेशनल सेंटर फॉर अरेबिक कैलीग्राफी जैसे कई महत्वपूर्ण संस्थान मध्यम अवधि में खुलेंगे।
देश की सांस्कृतिक ²ष्टि 16 अद्वितीय सांस्कृतिक उप-क्षेत्रों को सक्रिय करने के इर्द-गिर्द बनी है, जो 2030 तक 23 बिलियन डॉलर और इसके सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 3 प्रतिशत के योगदान की सुविधा प्रदान करेगी और 100,000 से अधिक नौकरियों का सृजन करेगी।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS